TOP

ई - पेपर Subscribe Now!

ePaper
Subscribe Now!

Download
Android Mobile App

Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

13-06-2025

माइक्रो फाइनेंस संस्थानों का लोन डिसब्रर्समेंट बीते वित्त वर्ष में 25 प्रतिशत घटा

  •  छोटी राशि के कर्ज देने वाले माइक्रो फाइनेंस संस्थानों (माइक्रोफाइनेंस) का कर्ज वितरण 2024-25 में 25 प्रतिशत घटकर 1.12 लाख करोड़ रुपये रहा। यह क्षेत्र में दबाव की स्थित को बयां करता है। माइक्रो फाइनेंस संस्थानों (एमएफआई) के शीर्ष निकाय माइक्रोफाइनेंस इंस्टिट्यूशन नेटवर्क (एमएफआईएन) ने बुधवार को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि 2024-25 में 2.2 करोड़ खातों के माध्यम से 1,12,459 करोड़ रुपये का कर्ज दिया गया। यह 2023-24 में वितरित राशि से 25.4 प्रतिशत कम है। हालांकि, वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान प्रति खाते वितरित औसत ऋण राशि 50,131 रुपये थी, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 12.3 प्रतिशत अधिक है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष के दौरान, एनबीएफसी-एमएफआई को कुल 57,307 करोड़ कर्ज वित्तपोषण के रूप में मिला, जो पिछले वर्ष की तुलना में 35.7 प्रतिशत कम है। बैंकों ने कुल उधारी में 78.4 प्रतिशत का योगदान दिया, इसके बाद गैर-बैंकिंग संस्थाओं का स्थान रहा जिन्होंने 11.9 प्रतिशत का योगदान दिया। मार्च, 2025 को समाप्त तिमाही के दौरान, माइक्रो फाइनेंस संस्थानों की प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) 11.9 प्रतिशत घटकर 1,47,279 करोड़ रुपये रही। इन इकाइयों का एयूएम 31 मार्च, 2024 के मुकाबले 11.9 प्रतिशत घटा जबकि 31 दिसंबर, 2024 कर तुलना में 2.4 प्रतिशत कम हुआ।

Share
माइक्रो फाइनेंस संस्थानों का लोन डिसब्रर्समेंट बीते वित्त वर्ष में 25 प्रतिशत घटा

 छोटी राशि के कर्ज देने वाले माइक्रो फाइनेंस संस्थानों (माइक्रोफाइनेंस) का कर्ज वितरण 2024-25 में 25 प्रतिशत घटकर 1.12 लाख करोड़ रुपये रहा। यह क्षेत्र में दबाव की स्थित को बयां करता है। माइक्रो फाइनेंस संस्थानों (एमएफआई) के शीर्ष निकाय माइक्रोफाइनेंस इंस्टिट्यूशन नेटवर्क (एमएफआईएन) ने बुधवार को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि 2024-25 में 2.2 करोड़ खातों के माध्यम से 1,12,459 करोड़ रुपये का कर्ज दिया गया। यह 2023-24 में वितरित राशि से 25.4 प्रतिशत कम है। हालांकि, वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान प्रति खाते वितरित औसत ऋण राशि 50,131 रुपये थी, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 12.3 प्रतिशत अधिक है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष के दौरान, एनबीएफसी-एमएफआई को कुल 57,307 करोड़ कर्ज वित्तपोषण के रूप में मिला, जो पिछले वर्ष की तुलना में 35.7 प्रतिशत कम है। बैंकों ने कुल उधारी में 78.4 प्रतिशत का योगदान दिया, इसके बाद गैर-बैंकिंग संस्थाओं का स्थान रहा जिन्होंने 11.9 प्रतिशत का योगदान दिया। मार्च, 2025 को समाप्त तिमाही के दौरान, माइक्रो फाइनेंस संस्थानों की प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) 11.9 प्रतिशत घटकर 1,47,279 करोड़ रुपये रही। इन इकाइयों का एयूएम 31 मार्च, 2024 के मुकाबले 11.9 प्रतिशत घटा जबकि 31 दिसंबर, 2024 कर तुलना में 2.4 प्रतिशत कम हुआ।


Label

PREMIUM

CONNECT WITH US

X
Login
X

Login

X

Click here to make payment and subscribe
X

Please subscribe to view this section.

X

Please become paid subscriber to read complete news