चीन का अमेरिका को एक्सपोर्ट मई माह में एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 35 प्रतिशत घटा है। सीमा शुल्क विभाग के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। इससे दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ गया है, क्योंकि अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता का नया दौर सोमवार को लंदन में शुरू होने वाला है। पिछले महीने चीन के कुल एक्सपोर्ट में 4.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो उम्मीद से कम है। अप्रैल में सालाना आधार पर चीन का एक्सपोर्ट 8.1 प्रतिशत बढ़ा था। मई में चीन का इंपोर्ट 3.4 प्रतिशत घट गया। इससे चीन का व्यापार अधिशेष 103.2 अरब अमेरिकी डॉलर रहा। चीन ने मई में अमेरिका को 28.8 अरब अमेरिकी डॉलर का एक्सपोर्ट किया, जबकि एक साल पहले यह आंकड़ा 44 अरब अमेरिकी डॉलर था। सीमा शुल्क विभाग की रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका से इसका इंपोर्ट घटकर 10.8 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया है। इसके बावजूद दक्षिण-पूर्व एशिया और यूरोपीय संघ को एक्सपोर्ट मजबूत रहा, और इसमें सालाना आधार पर क्रमश: 14.8 प्रतिशत और 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई। थाइलैंड, वियतनाम और इंडोनेशिया को एक्सपोर्ट में तेजी से वृद्धि हुई। जर्मनी को एक्सपोर्ट 12 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया। आईएनजी इकनॉमिक्स की लिन सॉन्ग ने एक टिप्पणी में कहा, ‘‘अन्य अर्थव्यवस्थाओं को एक्सपोर्ट में तेजी ने व्यापार युद्ध के बावजूद चीन के एक्सपोर्ट को अपेक्षाकृत तेजी से बढऩे में मदद की है।’’ कई कंपनियों ने ऊंचे शुल्क से बचने के लिए साल की शुरुआत में ऑर्डर दिए थे। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुल्क में भारी बढ़ोतरी को टालने के लिए चीन के साथ एक समझौता किया है। इसके बावजूद चीन का एक्सपोर्ट प्रभावित हुआ है। अमेरिका और चीन के बीच अगले दौर की बातचीत लंदन में होनी है। पिछले सप्ताह ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग के बीच फोन पर बातचीत हुई थी। मई की शुरुआत में दोनों देश एक-दूसरे पर लगाए गए शुल्क को 90 दिन के लिए स्थगित करने पर सहमत हुए थे।