लक्जरी कार दिग्गज मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने कहा है कि उसे सितंबर-नवंबर की अवधि के दौरान 5,000-5,500 यूनिट्स की सेल की उम्मीद है। जबकि इस दौरान पूरी लक्जरी कार इंडस्ट्री का कुल सेल्स वॉल्यूम 10,000-12,000 यूनिट्स के बीच रहने का अनुमान है। मर्सिडीज-बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, संतोष अय्यर ने कहा कि कंपनी सितंबर से एक बार फिर प्राइस बढ़ाएगी। लेकिन इसका फेस्टिव सेल्स पर कोई असर नहीं पड़ेगा। पिछले साल, त्योहारी सीजन नवंबर तक चला था, लेकिन इस साल यह अक्टूबर में ही खत्म हो रहा है। यदि हम सितंबर, अक्टूबर और नवंबर की अवधि लेते हैं, तो पिछले साल हमने उस अवधि में लगभग 5,000 कारें बेची होंगी और इस साल भी 5,000 से 5,500 यूनिट्स की सेल्स होने की उम्मीद है। जबकि इस दौरान पूरी लक्जरी कार इंडस्ट्री का सेल्स वॉल्यूम 10,000-12,000 यूनिट्स रहने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि भू-राजनीतिक तनाव, ट्रंप टैरिफ और प्राइस बढऩे से पैदा हुई अनिश्चितता का कुछ तो असर पड़ेगा ही। उन्होंने कहा कि नए मॉडल आने से सेल्स में फायदा होता है। हमारे पास नई ई क्लास है जिसे हमने पिछले साल के अंत में पेश किया था, इसलिए इससे हमें (इस साल विकास में) मदद मिलेगी। हमने इस साल की शुरुआत में ईक्यूएस 450 भी पेश किया था, और जब आप हमारे टॉप-एंड पोर्टफोलियो को देखते हैं, तो हमारे पास इस साल आठ लॉन्च हैं और टॉप-एंड सेगमेंट में 15-20 परसेंट ग्रोथ हो रही है।