अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की प्रमुख क्रिस्टलिना जॉर्जीवा ने देशों से वैश्विक आर्थिक वृद्धि को खतरा पहुंचाने वाले व्यापार विवाद हल करने के लिए ‘तत्परता से’ कदम उठाने का आग्रह किया। आईएमएफ की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विदेशी इंपोर्ट पर उच्च शुल्क लगाने के आक्रामक अभियान से उपजी अनिश्चितता के कारण कंपनियां निवेश में देरी कर रही हैं और उपभोक्ता भी खर्च से परहेज कर रहे हैं। आईएमएफ एवं सहयोगी संस्था विश्व बैंक की बैठकों के दौरान आयोजित संवाददाता सम्मेलन में जॉर्जीवा ने कहा, ‘‘अनिश्चितता व्यापार के लिए सही नहीं है।’’ मुद्राकोष के इस वर्ष विश्व आर्थिक वृद्धि का पूर्वानुमान कम करने के दो दिन बाद जॉर्जीवा ने यह टिप्पणी की है। आईएमएफ ने अमेरिका के लिए भी अपने पूर्वानुमान को घटाया है। आईएमएफ 191 देशों को ऋण मुहैया कराता है। मुद्राकोष वैश्विक वृद्धि, वित्तीय स्थिरता को बढ़ावा देने और गरीबी को कम करने का प्रयास करता है। इसने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के मंदी में फंसने की आशंका 25 प्रतिशत से बढक़र करीब 40 प्रतिशत हो गई है। जॉर्जीवा ने आगाह किया कि व्यापार संघर्ष से सबसे अधिक गरीब देशों को आर्थिक नुकसान होगा जिनके पास इसकी भरपाई के लिए पैसा नहीं है। ट्रंप ने जनवरी में सत्ता में लौटने के बाद से ही व्यापक स्तर पर शुल्क दरों में बढ़ोतरी की है। चीन पर उन्होंने 145 प्रतिशत इंपोर्ट शुल्क लगाया है जबकि अन्य देशों में 10 प्रतिशत का मूल शुल्क जारी है।