स्वास्थ्य विभाग ने यहां बड़ी मात्रा में चायपती सीज की है। इसकी मार्केट वैल्यू करीब 90 लाख रुपये है। जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने गोवा सरकार से मिले इनपुट के आधार पर भीलवाड़ा की आरसीएम कम्पनी के गोदाम में रखी चायपत्ती के पैकेट्स की बिक्री पर रोक लगाते हुए सेम्पल जांच के लिए अजमेर की सरकारी लेब में भेज दिये है। कम्पनी द्वारा गत महिनों में गोवा सहित देश भर के अन्य विक्रय केन्द्रों पर जिओ इलाइट प्रीमियम मेक की चायपत्ती भेजी गई। इस मेक की चायपत्ती के गोवा में लिये गये सेम्पल की जांच में इसे लोगों के स्वास्थ्य की दृष्टि से अनसेफ (असुरक्षित) बताया गया है। इसके बाद उक्त बैच की चायपती को बाजार से हटाने के निर्देश दिया है। कम्पनी के हमीरगढ़ स्वरूपगंज स्थित गोदाम पर भीलवाड़ा के जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. चेतेंद्र पुरी गोस्वामी को राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी से मिले निर्देश के आधार पर यह कारवाई की। गोवा सरकार के आयुक्त, खाद्य सुरक्षा ने राजस्थान सरकार के आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रक को इस आशय की जानकारी दी गई। गोवा सरकार की सूचना पर प्रदेश सरकार हरकत में आ गई। इस मामले में गोपनीयता रखते हुए जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ चेतेंद्र पुरी गोस्वामी ने एक टीम का गठन कर भीलवाड़ा से करीब 22 किमी दूर चित्तौडग़ढ़ मार्ग पर स्थित आरसीएम गोदाम पर छापा मार कर करीब 11,321 किलो चायपत्ती सीज की। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ चेतेंद्र पुरी गोस्वामी ने बताया कि भीलवाड़ा के गोदाम से सीज की गई चायपती के नमूनों की जांच रिपोर्ट आने के बाद में कारवाई की जाएगी। आरसीएम के प्रतिनिधि राजेन्द्र सिंह भाटी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने अपनी नियमित जांच प्रक्रिया के तहत चायपत्ती के नमूने लिये है। हमारी कम्पनी उच्च गुणवता की चायपत्ती तैयार करती है।