आरएसजीएल के प्रबंध संचालक रणवीर सिंह ने कहा है कि राजस्थान स्टेट गैस के कार्यक्षेत्र व कार्यस्थल पर सुरक्षा मानकों की सख्ती से पालना सुनिश्चित करने के साथ ही समय समय पर मॉक ड्रिल आदि के माध्यम से परीक्षण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए जियोग्राफिकल इंफोर्मेशन सिस्टम एप विकसित किया गया है जिससे उपभोक्ताओं से जुड़ी आवश्यक जानकारी परस्पर साझा की जा सकेगी। इसके साथ ही व्यवस्था की निगरानी व मोनेटरिंग में भी इस सिस्टम की महत्वपूर्ण व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि जीआईएस एप पूरी तरह से कंजूमर फ्रंैडली बनाया गया है। एमडी रणवीर सिंह आरएसजीएल के कूकस, नीमराना, कोटा के अधिकारियों व कार्मिकों के साथ वर्चुअल संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सुरक्षा मानकों की पालना में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने विपरीत परिस्थिति में उपभोक्ताओं को तत्काल डीपीएनजी का वितरण बहाल किया जा सके इसके लिए वैकल्पिक लूप व्यवस्था की संभावना तलाशने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं हमारी पहली प्राथमिकता होगी। रणवीर सिंह ने कहा कि जीआईएस एप से लाईन में अवरोध की तत्काल जानकारी के साथ ही उपभोक्ताओं को भी संदेश देने की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने एमडीईपी पाइप लाइनों में भी समय समय पर गैस रिसाव की जांच करने के निर्देश दिए। डीजीएम विवेक श्रीवास्तव व श्री विवेक रंजन ने राजस्थान गैस के काल सेंटर को और अधिक सक्रिय करने की आवश्यकता प्रतिपादित की।