भारत की एक टैक्स पैनल ने लक्जरी इलेक्ट्रिक कारों पर जीएसटी बढ़ाने की सिफारिश की है। प्रस्ताव के अनुसार, 20 लाख से 40 लाख रुपये तक की कीमत वाली ईवी पर जीएसटी 5 से बढ़ाकर 18 परसेंट करने की सिफारिश की गई है। वहीं, 38 लाख रुपये (46,000 डॉलर) से ऊपर की कीमत वाली गाडिय़ों पर टैक्स 28 परसेंट तक किया जाए। पैनल ने कहा कि यह गाडिय़ाँ मुख्यत: हाई इनकम ग्रुप के लिए हैं और अधिकतर आयातित होती हैं। जीएसटी 2.0 के तहत सरकार का विचार रोजमर्रा की वस्तुओं पर जीएसटी घटाने का है। लेकिन लक्जरी ईवी पर टैक्स बढ़ाने का सुझाव दिया गया है। हालांकि सरकार ने 28 परसेंट टैक्स स्लैब को हटाने का फैसला किया है, जिससे जीएसटी काउंसिल या तो ईवी को 18 परसेंट श्रेणी में रख सकती है या फिर नए 40 परसेंट वाली लक्जरी कैटेगरी में डाल सकती है। भारत का ईवी बाजार अभी छोटा है, कुल कार सेल्स में इनका शेयर करीब 2 परसेंट ही है। माना जा रहा है कि टेस्ला, बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज आदि पर इस प्रस्ताव का सबसे अधिक असर पड़ सकता है। अप्रैल-जुलाई 2025 के बीच कुल 15,500 इलेक्ट्रिक कार बिकी हैं।