कह सकते हैं रॉयल एनफील्ड इ•ा ऑन रोल...। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की क्लोजिंग मिलियन यूनिट्स के साथ की है। सिर्फ 10 साल पहले रॉयल एनफील्ड का सालाना सेल्स वॉल्यूम करीब 1 लाख यूनिट्स ही था। यानी 10 साल में टैनएक्स ग्रोथ...आसान बात नहीं है। कंपनी ग्रोथ पाथ पर आगे बढ़ते रहने के लिए मिडलवेट सैगमेंट में दांव बढ़ा रही है। आयशर मोटर्स ग्रुप की कंपनी रॉयल एनफील्ड को उम्मीद है कि पाइपलाइन में नए प्रॉडक्ट्स, प्रीमियम राइड के बढ़ते ट्रेंड और ब्रांड बिल्डिंग में लगातार किए जा रहे इंवेस्टमेंट के दम पर वह इंडिया और ओवरसीज मार्केट में क्रूजिंग स्पीड को बढ़ा सकती है। एक ओर देश के टू-व्हीलर सैगमेंट कंपनियों के बीच कटथ्रोट कंपीटिशन चल रहा है और पहले...दूसरे व तीसरे पायदान के लिए हीरो, होंडा व टीवीएस में एक तरह से जंग चल रही है वहीं अपनी कैटेगरी में रॉयल एनफील्ड राज कर रही है। कंपनी का अपने सैगमेंट में 88 परसेंट शेयर है। रॉयल एनफील्ड लगातार नए मॉडल और अपडेट्स के जरिए इस हेजमनी (दबदबे) को बनाए रखना चाहती है। हाल ही एक एनेलिस्ट कॉल में कंपनी ने कहा ...“Premiumisation is continuing,”... । कंपनी ने यह भी कहा कि मार्केटिंग में इंवेस्टमेंट और एक्टिवेशन के चलते इस सैगमेंट का दायरा बढ़ाने में मदद मिल रही है। रॉयल एनफील्ड का मानना है कि जिस तरह से इनकम टेक्स कट के कारण अर्बन मार्केट्स का रिवाइवल हो रहा है और रूरल इकोनॉमी में मजबूती बनी हुई है इंडियन मार्केट में वॉल्यूम ग्रोथ मजबूत करने की उम्मीद है। हालांकि इंटरनेशनल मार्केट में कंपनी ग्रोथ और वॉल्यूम को लेकर थोड़ी सतर्क है। मिडवेट कैटेगरी में रॉयल एनफील्ड नंबर वन ब्रांड है। वहीं इस कैटेगरी में अर्जेंटीना में दूसरा और ब्रा•ाील में तीसरा सबसे बड़ा ब्रांड है। इन मार्केट्स में कंपनी ने हाल ही हिमालयन रेंज को लॉन्च किया है। बांग्लादेश कंपनी का सबसे नया इंटरनेशनल मार्केट है। कंपनी ने कहा है कि ग्लोबल सेंटिमेंट मिला-जुला है लेकिन रिटेल ट्रेक्शन और प्रॉडक्ट्स को रेस्पॉन्स अच्छा है। ट्रंप टैरिफ लागू होने से पहले ही रॉयल एनफील्ड ने अमेरिका में राइडिंग सीजन की शुरुआत को देखते हुए पहले ही इंवेंट्री बिल्ट-अप कर दी थी और लगातार एक्सपोर्ट जारी है।
