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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

12-08-2025

मेथीदाना का स्टॉक अधिक, चौतरफा मांग पड़ी सुस्त

  •  इस बार मौसम अनुकूल होने से मेथीदाना की पैदावार अच्छी हुई है। वही दूसरी ओर लोकल व चलानी मांग वर्तमान में शांत पड़ गई है, इसके अलावा निर्यात मांग कमजोर एवं ग्राहकी भी नहीं निकल पा रही है। जिसके चलते इस समय इसके भावों में नरमी बनी हुई है। व्यापारियों ने बताया कि, मेथीदाना में तेजी नहीं दिखाई दे रही हैं। पीछे मंडियों में नई क्रॉप का स्टॉक अच्छा बताया जा रहा है। इस वर्ष जब बीकानेर से नई क्रॉप आ रही थी, उस समय इसके भाव 53/54 रुपए प्रति किलो खुला था। पिछले एक दो महीने के अंतराल इसकी कीमतों में 400/500 रुपए की गिरावट आने से दिल्ली मंडी में मेथीदाना सामान्य के भाव 5800/6000 रुपए एवं बढिय़ा 6600/7000 रुपए प्रति क्विंटल रह गए है। गत वर्ष के मुकाबले इस बार मांग नहीं निकल पा रही है, पिछले साल इसके भाव ऊंचे थे। आचारी सीजन होने के बावजूद भी डिमांड सुस्त बनी हुई है। गत वर्ष इसके भाव 70 रुपए बिक चुके थे। इस बार उत्पादन में कमी नहीं है अत: क्वालिटी भी अच्छी बताई जा रही है। एक अन्य व्यापारी ने बताया कि, मेथीदाना में तेजी के आसार नहीं दिखाई दे रहे है। इस बार फसल अच्छी हुई है, इसके अलावा ग्वालियर मंडी में नया माल 55 रुपए खुला था। पिछले तीन महीने से नया माल शुरू हो चुका है, गत वर्ष इसकी पैदावार में कमी हुई थी, इस समय मांग ना निकलने से इसके भाव टूट सकते हैं। कीमत टूटने का मुख्य कारण यह है कि, इस समय आचारी सीजन ना निकलने के साथ-साथ कहीं से निर्यात डिमांड भी नहीं निकल रही है। इसके अलावा और मंडियों में भी नया माल शुरू हो चुका है। मेथी का उत्पादन राजस्थान के जोधपुर, प्रतापगढ़, बीकानेर और एमपी के जावरा, मंदसौर, नीमच के साथ- साथ गुजरात में होता है। वहीं दूसरी ओर रतलाम, जावरा में नया माल अप्रैल माह से शुरू हो चुका है। वहां पर नया माल 52/53 रुपए प्रति किलो के आसपास खुला था, इस समय इसके भाव टूट चुके हैं। पुराना स्टॉक भी अधिक बताया जा रहा है, नया माल की निर्यात मांग नहीं निकल पा रही है, गत वर्ष मई व जून माह में लिवाली मजबूत बनी हुई थी, लेकिन इस समय चौतरफा ग्राहकी कमजोर बनी हुई है। पिछले साल ग्राहकी मजबूत एवं निर्यात डिमांड भी मजबूत बनी हुई थी। यहां पर भाव घटने के बावजूद भी बिक्री सुस्त बनी है। अत: उत्पादन अधिक को देखते हुए आगे तेजी आने की संभावना नहीं लग रही है। व्यापारियों और किसानों को मेथीदाना की गुणवत्ता और मंडियों में दैनिक भावों पर नजर रखनी चाहिए ताकि वे सही समय पर खरीद एवं बिक्री का फैसला ले सकें।

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मेथीदाना का स्टॉक अधिक, चौतरफा मांग पड़ी सुस्त

 इस बार मौसम अनुकूल होने से मेथीदाना की पैदावार अच्छी हुई है। वही दूसरी ओर लोकल व चलानी मांग वर्तमान में शांत पड़ गई है, इसके अलावा निर्यात मांग कमजोर एवं ग्राहकी भी नहीं निकल पा रही है। जिसके चलते इस समय इसके भावों में नरमी बनी हुई है। व्यापारियों ने बताया कि, मेथीदाना में तेजी नहीं दिखाई दे रही हैं। पीछे मंडियों में नई क्रॉप का स्टॉक अच्छा बताया जा रहा है। इस वर्ष जब बीकानेर से नई क्रॉप आ रही थी, उस समय इसके भाव 53/54 रुपए प्रति किलो खुला था। पिछले एक दो महीने के अंतराल इसकी कीमतों में 400/500 रुपए की गिरावट आने से दिल्ली मंडी में मेथीदाना सामान्य के भाव 5800/6000 रुपए एवं बढिय़ा 6600/7000 रुपए प्रति क्विंटल रह गए है। गत वर्ष के मुकाबले इस बार मांग नहीं निकल पा रही है, पिछले साल इसके भाव ऊंचे थे। आचारी सीजन होने के बावजूद भी डिमांड सुस्त बनी हुई है। गत वर्ष इसके भाव 70 रुपए बिक चुके थे। इस बार उत्पादन में कमी नहीं है अत: क्वालिटी भी अच्छी बताई जा रही है। एक अन्य व्यापारी ने बताया कि, मेथीदाना में तेजी के आसार नहीं दिखाई दे रहे है। इस बार फसल अच्छी हुई है, इसके अलावा ग्वालियर मंडी में नया माल 55 रुपए खुला था। पिछले तीन महीने से नया माल शुरू हो चुका है, गत वर्ष इसकी पैदावार में कमी हुई थी, इस समय मांग ना निकलने से इसके भाव टूट सकते हैं। कीमत टूटने का मुख्य कारण यह है कि, इस समय आचारी सीजन ना निकलने के साथ-साथ कहीं से निर्यात डिमांड भी नहीं निकल रही है। इसके अलावा और मंडियों में भी नया माल शुरू हो चुका है। मेथी का उत्पादन राजस्थान के जोधपुर, प्रतापगढ़, बीकानेर और एमपी के जावरा, मंदसौर, नीमच के साथ- साथ गुजरात में होता है। वहीं दूसरी ओर रतलाम, जावरा में नया माल अप्रैल माह से शुरू हो चुका है। वहां पर नया माल 52/53 रुपए प्रति किलो के आसपास खुला था, इस समय इसके भाव टूट चुके हैं। पुराना स्टॉक भी अधिक बताया जा रहा है, नया माल की निर्यात मांग नहीं निकल पा रही है, गत वर्ष मई व जून माह में लिवाली मजबूत बनी हुई थी, लेकिन इस समय चौतरफा ग्राहकी कमजोर बनी हुई है। पिछले साल ग्राहकी मजबूत एवं निर्यात डिमांड भी मजबूत बनी हुई थी। यहां पर भाव घटने के बावजूद भी बिक्री सुस्त बनी है। अत: उत्पादन अधिक को देखते हुए आगे तेजी आने की संभावना नहीं लग रही है। व्यापारियों और किसानों को मेथीदाना की गुणवत्ता और मंडियों में दैनिक भावों पर नजर रखनी चाहिए ताकि वे सही समय पर खरीद एवं बिक्री का फैसला ले सकें।


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