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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

08-07-2025

छोटी इलायची : मजबूती जारी रह सकती है

  •  केरल, तमिलनाडु तथा कर्नाटक जैसे उत्पादक राज्यों में मौसम अनुकूल बना होने की खबरें आ रही हैं। इसकी वजह से इस बार छोटी इलायची की नई फसल अच्छी आने लेकिन यह थोड़ी लेट होने की रिपोर्ट भी मिल रही है। हाजिर बाजारों में इस प्रमुख किराना जिंस की थोक कीमत में हाल ही में थोड़ी तेजी आई है। आगामी दिनों में हाजिर में छोटी इलायची में मजबूती बनी रह सकती है। केरल समेत छोटी इलायची के सभी प्रमुख उत्पादक राज्यों में इस बार अभी तक मौसमी परिस्थितियां फसल की दृष्टिï से अनुकूल बनी हुई हैं। यही वजह है कि इसकी आने वाली फसल इस बार अच्छी आने की सूचनाएं भी मिल रही हैं। हालांकि फसल का श्रीगणेश सामान्य की अपेक्षा कुछ देरी होने से जानकारी मिल रही है। बहरहाल, छोटी इलायची की वर्तमान फसल करीब-करीब समाप्त हो गई है। अत: इसकी नीलामियों में इस प्रमुख किराना जिंस की आवक में उतार-चढ़ाव का रुख बना हुआ है। हालांकि पूर्व में रहे प्रतिकूल मौसम की वजह से छोटी इलायची की नई फसल को हानि होने का अनुमान व्यक्त किया जा रहा हैं। इन पंक्तियों के लिखे जाने के समय हुई सुगंधागिरी स्पाइसेज प्रोमोट्र्स एंड ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड नीलामी में छोटी इलायची की आवक थोड़ी बढक़र 50,556 किलोग्राम की होने की सूचना मिली। आवक तुलनात्मक रूप से ऊंची होने जबकि लिवाली कमजोर पडऩे से इसकी औसत नीलामी कीमत मंदी होकर 2458.52 रुपए प्रति किलोग्राम रह जाने की सूचना मिली। इससे पूर्व 25 जून  को हुई इस नीलामी में इसकी 43,518 किलोग्राम की आवक हुई थी तथा इसकी औसत नीलामी कीमत 2521.54 रुपए प्रति किलोग्राम रही थी। इस बार मौसम फसल के अनुकूल नहीं होने के कारण केरल, कर्नाटक तथा तमिलनाडु के प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में छोटी इलायची की आने वाली फसल को हानि होने की चर्चाएं चल रही थी। दूसरी ओर, ग्वाटेमाला द्वारा कुछ समय पूर्व अपनी छोटी इलायची की कीमत में वृद्धि किए जाने से भी स्थानीय छोटी इलायची की तेजी को समर्थन मिल रहा है। इसकी वजह से भारतीय छोटी इलायची की निर्यात मांग बढऩे के आसार हैं। राजधानी स्थित थोक किराना बाजार में लिवाली का समर्थन बढऩे से छोटी इलायची साढ़े सात एमएम फिलहाल में 150 रुपए तेज होकर फिलहाल 2550/2650 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई है। इससे पूर्व हाल ही में इसमें 100 रुपए की तेजी आई थी। मसाला बोर्ड के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2024-25 में देश से 1566.82 करोड़ रुपए मूल्य की कुल 6727.80 टन छोटी इलायची का निर्यात हुआ है। एक वर्ष पूर्व की आलोच्य अवधि में इसकी 6168.13 टन मात्रा का निर्यात हुआ था और इससे 999.59 करोड़ रुपए की आय हुई थी। आने वाले दिनों में छोटी इलायची मजबूत ही बनी रहने के आसार नजर आ रहे हैं।

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छोटी इलायची : मजबूती जारी रह सकती है

 केरल, तमिलनाडु तथा कर्नाटक जैसे उत्पादक राज्यों में मौसम अनुकूल बना होने की खबरें आ रही हैं। इसकी वजह से इस बार छोटी इलायची की नई फसल अच्छी आने लेकिन यह थोड़ी लेट होने की रिपोर्ट भी मिल रही है। हाजिर बाजारों में इस प्रमुख किराना जिंस की थोक कीमत में हाल ही में थोड़ी तेजी आई है। आगामी दिनों में हाजिर में छोटी इलायची में मजबूती बनी रह सकती है। केरल समेत छोटी इलायची के सभी प्रमुख उत्पादक राज्यों में इस बार अभी तक मौसमी परिस्थितियां फसल की दृष्टिï से अनुकूल बनी हुई हैं। यही वजह है कि इसकी आने वाली फसल इस बार अच्छी आने की सूचनाएं भी मिल रही हैं। हालांकि फसल का श्रीगणेश सामान्य की अपेक्षा कुछ देरी होने से जानकारी मिल रही है। बहरहाल, छोटी इलायची की वर्तमान फसल करीब-करीब समाप्त हो गई है। अत: इसकी नीलामियों में इस प्रमुख किराना जिंस की आवक में उतार-चढ़ाव का रुख बना हुआ है। हालांकि पूर्व में रहे प्रतिकूल मौसम की वजह से छोटी इलायची की नई फसल को हानि होने का अनुमान व्यक्त किया जा रहा हैं। इन पंक्तियों के लिखे जाने के समय हुई सुगंधागिरी स्पाइसेज प्रोमोट्र्स एंड ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड नीलामी में छोटी इलायची की आवक थोड़ी बढक़र 50,556 किलोग्राम की होने की सूचना मिली। आवक तुलनात्मक रूप से ऊंची होने जबकि लिवाली कमजोर पडऩे से इसकी औसत नीलामी कीमत मंदी होकर 2458.52 रुपए प्रति किलोग्राम रह जाने की सूचना मिली। इससे पूर्व 25 जून  को हुई इस नीलामी में इसकी 43,518 किलोग्राम की आवक हुई थी तथा इसकी औसत नीलामी कीमत 2521.54 रुपए प्रति किलोग्राम रही थी। इस बार मौसम फसल के अनुकूल नहीं होने के कारण केरल, कर्नाटक तथा तमिलनाडु के प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में छोटी इलायची की आने वाली फसल को हानि होने की चर्चाएं चल रही थी। दूसरी ओर, ग्वाटेमाला द्वारा कुछ समय पूर्व अपनी छोटी इलायची की कीमत में वृद्धि किए जाने से भी स्थानीय छोटी इलायची की तेजी को समर्थन मिल रहा है। इसकी वजह से भारतीय छोटी इलायची की निर्यात मांग बढऩे के आसार हैं। राजधानी स्थित थोक किराना बाजार में लिवाली का समर्थन बढऩे से छोटी इलायची साढ़े सात एमएम फिलहाल में 150 रुपए तेज होकर फिलहाल 2550/2650 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई है। इससे पूर्व हाल ही में इसमें 100 रुपए की तेजी आई थी। मसाला बोर्ड के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2024-25 में देश से 1566.82 करोड़ रुपए मूल्य की कुल 6727.80 टन छोटी इलायची का निर्यात हुआ है। एक वर्ष पूर्व की आलोच्य अवधि में इसकी 6168.13 टन मात्रा का निर्यात हुआ था और इससे 999.59 करोड़ रुपए की आय हुई थी। आने वाले दिनों में छोटी इलायची मजबूत ही बनी रहने के आसार नजर आ रहे हैं।


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