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03-12-2025

एनएचएआई, रिलायंस जियो ने सिक्योरिटी अलर्ट प्रणाली लागू करने के लिए समझौता किया

  •  सार्वजनिक क्षेत्र की एनएचएआई ने कहा कि उसने रिलायंस जियो के साथ पूरे नेशनल हाईवे नेटवर्क पर दूरसंचार आधारित सुरक्षा चेतावनी प्रणाली शुरू करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। एनएचएआई ने एक बयान में बताया कि जियो के मौजूदा 4जी और 5जी नेटवर्क का उपयोग करके यात्रियों को उनके मोबाइल फोन पर चेतावनी मिलेगी। ये चेतावनी उस समय मिलेगी, जब यात्री दुर्घटना-संभावित क्षेत्र, आवारा पशु वाले इलाके, कोहरे से प्रभावित क्षेत्र और आपातकालीन मार्ग परिवर्तन जैसे जोखिमपूर्ण स्थानों के करीब पहुंचेंगे। इस पहल का मकसद राष्ट्रीय राजमार्ग उपयोगकर्ताओं को समय पर जानकारी देकर सडक़ सुरक्षा को मजबूत करना है। इससे यात्री पहले ही सावधान हो जाएंगे और उसी के अनुसार गाड़ी चलाएंगे। बयान में कहा गया कि चेतावनी एसएमएस, व्हाट्सऐप और उच्च प्राथमिकता वाली कॉल के माध्यम से राष्ट्रीय राजमार्ग उपयोगकर्ताओं को भेजी जाएगी। इस प्रणाली को चरणबद्ध तरीके से एनएचएआई के डिजिटल मंच जैसे ‘राजमार्गयात्रा’ मोबाइल ऐप और आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 1033 के साथ जोड़ा जाएगा। यह स्वचालित प्रणाली राष्ट्रीय राजमार्गों पर या उसके आसपास मौजूद सभी जियो मोबाइल उपयोगकर्ताओं के लिए काम करेगी और खतरनाक क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले राष्ट्रीय राजमार्ग यात्रियों को चेतावनी देगा।

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एनएचएआई, रिलायंस जियो ने सिक्योरिटी अलर्ट प्रणाली लागू करने के लिए समझौता किया

 सार्वजनिक क्षेत्र की एनएचएआई ने कहा कि उसने रिलायंस जियो के साथ पूरे नेशनल हाईवे नेटवर्क पर दूरसंचार आधारित सुरक्षा चेतावनी प्रणाली शुरू करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। एनएचएआई ने एक बयान में बताया कि जियो के मौजूदा 4जी और 5जी नेटवर्क का उपयोग करके यात्रियों को उनके मोबाइल फोन पर चेतावनी मिलेगी। ये चेतावनी उस समय मिलेगी, जब यात्री दुर्घटना-संभावित क्षेत्र, आवारा पशु वाले इलाके, कोहरे से प्रभावित क्षेत्र और आपातकालीन मार्ग परिवर्तन जैसे जोखिमपूर्ण स्थानों के करीब पहुंचेंगे। इस पहल का मकसद राष्ट्रीय राजमार्ग उपयोगकर्ताओं को समय पर जानकारी देकर सडक़ सुरक्षा को मजबूत करना है। इससे यात्री पहले ही सावधान हो जाएंगे और उसी के अनुसार गाड़ी चलाएंगे। बयान में कहा गया कि चेतावनी एसएमएस, व्हाट्सऐप और उच्च प्राथमिकता वाली कॉल के माध्यम से राष्ट्रीय राजमार्ग उपयोगकर्ताओं को भेजी जाएगी। इस प्रणाली को चरणबद्ध तरीके से एनएचएआई के डिजिटल मंच जैसे ‘राजमार्गयात्रा’ मोबाइल ऐप और आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 1033 के साथ जोड़ा जाएगा। यह स्वचालित प्रणाली राष्ट्रीय राजमार्गों पर या उसके आसपास मौजूद सभी जियो मोबाइल उपयोगकर्ताओं के लिए काम करेगी और खतरनाक क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले राष्ट्रीय राजमार्ग यात्रियों को चेतावनी देगा।


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