यह बात हम जानते हैं कि 32 इंच और इससे अधिक स्क्रीन साइज वाले टेलीविजन पर जीएसटी को 18 प्रतिशत के स्लैब में लाया गया है। स्मार्टफोन पहले ही 18 प्रतिशत वाले स्लैब में है। ऐसे में अब देखने वाली बात यह है कि आगामी फेस्टिव सीजन में लार्ज स्क्रीन्स स्मार्टफोन को सेल्स के लिहाज से पीछे छोड़ देंगे। इंडस्ट्री से जुड़े जानकारों के अनुसार सम्पूर्ण इलेक्ट्रॉनिक्स एंड एप्लायंसेज मार्केट एन्यूअल सेल्स सीजन का इंतजार कर रहा है। पैनासोनिक लाइफ सॉल्यूशंस के इंडिया चेयरमैन के अनुसार जीएसटी रिफॉर्म ब्राण्ड के लिये बढिय़ा है क्योंकि पहले जो प्रोडक्ट्स एस्पीरेशनल थे वह अब एसेसेबल हो जायेंगे। इससे बड़े वर्ग को अपने टेलीविजन सैट को अपगे्रड करने का अवसर मिल पायेगा। चालू वित्त वर्ष में इनकम टैक्स रिवीजन भी किया गया और इससे उपयोग हेतु आय बढ़ेगी। कहने का मतलब यह है कि ओवरऑल कन्ज्यूमर सेंटीमेंट मार्केट बूस्ट होने की आशा कर रहा है। अरबन और इमर्जिंग मार्केट्स में डिमांड ड्राइव होने की सम्भावना बन रही है। एयर कंडीशनर भी अब लग्जरी प्रोडक्ट्स नहीं बल्कि आवश्यकता पूरी करने वाला प्रोडक्ट है। ऐसे में इसकी सेल्स भी बढऩे की सम्भावना है। मार्केट इंटेलीजेंस डेटा प्रोवाइडर इंटरनेशनल डेटा कॉर्पोरेशन (आईडीसी) इंडिया के अनुसार ओवरऑल टीवी सेल्स में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। टेलीविजन और एयर कंडीशनर पर टेक्स कट इंडस्ट्री की काफी समय से की जा रही डिमांड थी। आईसीईए (इंडिया सैल्यूलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन)के चेयरपर्सन के अनुसार एप्लायंसेज ज्यादा अफोर्डेबल बनेंगे और इससे डोमेस्टिक डिमांड अनलॉक होगी, कन्जम्पशन बढ़ेगा। नई टेक्स रेट से डोमेस्टिक मैन्यूफैक्चसर्स मार्केट साइज को विस्तार दे पायेंगे। टेलीविजन और एयर कंडीशनर मेकर्स हाई सिंगल डिजिट सेल्स ग्रोथ की उम्मीद कर रहे हैं। यह देखने वाली बात है कि कैसे ब्राण्ड्स कन्ज्यूमर्स तक लाभ को पहुंचा पाते हैं। वर्ष 2024 में इन्डियंस ने करीब 12 मिलियन टेलीविजन और 14 मिलियन एयर कंडीशनर की परचेज की थी। ऐसे में यह करीब 13 बिलियन (6 बिलियन डॉलर टीवी का और 7 बिलियन डॉलर एसी का)डॉलर का मार्केट रहा। स्मार्टफोन की बात करें तो यह करीब 45 बिलियन डॉलर का एन्यूअल रेवेन्यू जैनरेट कर रहा है।