देश के टॉप सात शहरों में टोटल रिटेल लीजिंग में फूड एंड बेवेरेजेज इंडस्ट्री की हिस्सेदारी वर्ष 2023 के 16 प्रतिशत से बढक़र 2025 तक 22 प्रतिशत हो गई है। यह जानकारी एक रिपोर्ट में दी गई। यह सेक्टर देश की रिटेल रियल एस्टेट ग्रोथ के लिए आधारशिला के रूप में उभरा है, जिसमें वर्ष 2003 के बाद से टॉप 7 शहरों में 40 लाख वर्गफुट लीजिंग एक्टिविटी दर्ज की गई है। इन सात शहरों में मुंबई, दिल्ली- एनसीआर, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता और पुणे शामिल हैं। जेएलएल की एक रिपोर्ट के अनुसार यह महत्वपूर्ण विस्तार देश के एक बड़े रिटेल ट्रांसफोर्मेशन को गति देने में इस सेक्टर की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है, जिसमें गत पांच वर्षों में लगभग 18.6 मिलियन वर्गफुट नए शॉपिंग मॉल स्पेस शामिल हुए हैं। बेंगलुरु ने कुल लीजिंग वॉल्यूम का एक-तिहाई से अधिक हिस्सा हासिल कर खुद को एफएंडबी लीडर के रूप में स्थापित किया है। प्रमुख बाजारों के रूप में इसके बाद मुंबई और दिल्ली एनसीआर आते हैं, जो सामूहिक रूप से एक ऐसे सेक्टर में योगदान करते हैं, जो मजबूत विकास क्षमता को प्रदर्शित करता है। जेएलएल इंडिया के मुख्य अर्थशास्त्री और रिसर्च एंड आरईआईएस हेड डॉ. सामंतक दास ने कहा कि एफएंडबी सेक्टर भारत के रिटेल रियल एस्टेट परिदृश्य को मौलिक रूप से नया रूप दे रहा है। हम एक क्रांतिकारी बदलाव देख रहे हैं, जहां डवलपर्स अपकमिंग डेस्टिनेशन मॉल में 25 प्रतिशत तक जगह एफएंडबी के लिए समर्पित करने की योजना बना रहे हैं।
वर्ष 2028 तक टॉप सात शहरों में 60 लाख वर्गफुट एफएंडबी स्पेस उपलब्ध होने की उम्मीद है। हमें उम्मीद है कि 3-5 वर्षों के भीतर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों ऑपरेटरों द्वारा क्वालिटी रिटेल लोकेशन की तलाश में तेजी से अब्सॉर्प्शन होगा। रिपोर्ट के अनुसार, इस सेक्टर के विकास ने इंटरनेशनल प्लेयर्स का महत्वपूर्ण ध्यान आकर्षित किया है, जिसके साथ 2023 से 20 से अधिक नए ग्लोबल फूड एंड बेवेरेजेज ब्रांड भारत में प्रवेश कर रहे हैं। जेएलएल इंडिया के ऑफिस लीजिंग एंड रिटेल सर्विस हेड, सीनियर मैनेजिंग डायरेक्टर (कर्नाटक, केरल) ने कहा कि ग्रोथ स्टोरी हकीकत में कई शहरों की कहानी है, जिसमें प्रत्येक ने अपनी खास जगह बनाई है। बेंगलुरु न केवल कुल लीजिंग वॉल्यूम का एक-तिहाई से अधिक हिस्सा हासिल कर अग्रणी बना हुआ है, बल्कि 40 प्रतिशत नए पब और ब्रूहरीज के साथ क्राफ्ट बेवरेज रिवॉल्यूशन का भी नेतृत्व कर रहा है।