अमेरिका के ट्रेजरी विभाग के अनुसार अमेरिका का सकल नेशनल डेट अब 37 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया है। कांग्रेसनल बजट ऑफिस ने जनवरी 2020 में अनुमान लगाया था कि 2030 के वित्तीय वर्ष के बाद ही यह डेट 37 ट्रिलियन डॉलर तक पहुुंचेगा। लेकिन हो यह पांच साल पहले ही गया। कोविड के दौरान स्टिमुलस पैकेज और नागरिकों को सपोर्ट देने के लिए तब के प्रेसिडेंट डॉनाल्ड ट्रंप और पूर्व प्रेसिडेंट जो बाइडन ने बड़ा कर्ज लिया गया था। कांग्रेसनल बजट ऑफिस का अनुमान है कि यह कानून अगले एक दशक में नेशनल डेट में 4.1 ट्रिलियन डॉलर का इजाफा करेगा। पीटर जी. पीटरसन फाउंडेशन के चेयर और सीईओ माइकल पीटरसन ने कहा कि सरकार पर कर्ज से ब्याज दर बढऩे का दबाव पड़ता है जिससे सभी के लिए लागत बढ़ती है और निजी क्षेत्र का निवेश घटता है। ब्रूकिंग्स इंस्टीट्यूशन की रिसर्चर वेन्डी एडलबर्ग के अनुसार, रिपब्लिकन टैक्स कानून का असर यह होगा कि 2026 और 2027 में बड़े पैमाने पर कर्ज बढ़ेगा। गवर्नमेंट अकाउंटेबिलिटी ऑफिस ने चेतावनी दी कि इससे मॉर्टगेज और कार लोन महंगा हो जाएगा, प्राइवेट सैक्टर के पास इंवेस्टमेंट के लिए कम फंड, कम इंवेस्टमेंट से कम रोजगार और सैलरी ग्रोथ होगी, साथ ही महंगाई भी बढ़ेगी। पीटरसन ने कहा कि ट्रिलियन-डॉलर के पड़ाव बहुत तेजी से आ रहे हैं। हर 5 महीने में देश का कर्ज 1 ट्रिलियन डॉलर बढ़ रहा है जो पिछले 25 वर्ष के औसत दर से दोगुनी रफ्तार है।
