भारत के हॉस्पिटेलिटी सेक्टर की आय वित्त वर्ष 2026 में 6-8 प्रतिशत बढऩे का अनुमान है। यह जानकारी आईसीआरए की रिपोर्ट में दी गई। रिपोर्ट में बताया गया कि हॉस्पिटेलिटी सेक्टर की आय में बढ़त तब देखने को मिल रही है, जब सेक्टर की आय वृद्धि दर करीब तीन वर्षों से दोहरे अंक में बनी हुई है। आईसीआरए का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2026 में पूरे भारत में प्रीमियम होटलों में ऑक्यूपेंसी 72-74 प्रतिशत रहेगी, जो वित्त वर्ष 2024 और वित्त वर्ष 2025 में देखे गए 70-72 प्रतिशत के स्तर से थोड़ा अधिक है। वित्त वर्ष 2026 में प्रीमियम होटलों के लिए औसत कमरे का किराया (एआरआर) बढक़र 8,200-8,500 रुपए हो जाने का अनुमान है, जबकि वित्त वर्ष 2025 में यह 8,000-8,200 रुपए था। इसकी वजह सप्लाई में कमी और कई होटलों में रेनोवेशन और अपग्रेडेशन का काम चल रहा है। आईसीआरए लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट ने कहा कि घरेलू ट्रेवल, बैठकों, कॉन्फ्रेंसों और प्रदर्शनियों की तीन वर्षों की मजबूत डिमांड के बाद भारत के हॉस्पिटेलिटी सेक्टर की वृद्धि फाइनेंशियल ईयर 2026 में एन्युअल लेवल पर 6-8 प्रतिशत पर सामान्य होने का अनुमान है। उन्होंने आगे कहा कि अप्रैल, 2025 में आतंकवादी हमलों और उसके परिणामस्वरूप मई, 2025 में उत्तर और पश्चिम भारत में अनिश्चितता बढऩे से कैंसिलेशन में वृद्धि हुई है, लेकिन इसका प्रभाव काफी हद तक अस्थायी और स्थानीय रहा है। हाल के हफ्तों में संघर्ष में कमी के बाद सेंटीमेंट में भी सुधार हुआ है। रिपोर्ट में बताया गया कि आतंकवादी हमलों के बाद अगले कुछ महीनों में भारत में विदेशी पर्यटकों के आगमन (एफटीए) में कमी आने की उम्मीद है, लेकिन उसके बाद इसमें धीरे-धीरे सुधार होने का अनुमान है। हालांकि, डोमेस्टिक ट्यूरिज्म अब तक मुख्य डिमांड का ड्राइवर रहा है और निकट भविष्य में भी ऐसा ही रहने की संभावना है। देश के डोमेस्टिक ट्यूरिज्म सेक्टर में वृद्धि का दौर देखा जा रहा है और इसका लाभ हॉस्पीटेलिटी सेगमेंट को निश्चित रूप से मिल रहा है।