भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने उत्तर प्रदेश के कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे सहित देशभर के 13 हवाई अड्डों से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इस योजना के तहत, नए अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर परिचालन करने वाली एयरलाइन कंपनियों को लैंडिंग और पार्किंग शुल्क के साथ-साथ अन्य संबंधित शुल्क पर छूट दी जाएगी। इस कदम से कुशीनगर से अंतरराष्ट्रीय उड़ान संचालन की संभावनाओं को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जहां गत 18 महीनों से घरेलू उड़ानें निलंबित हैं कुशीनगर हवाई अड्डे के प्रभारी निदेशक प्रणेश कुमार राय ने ने कहा कि एएआई की प्रोत्साहन योजना में कुशीनगर हवाई अड्डे को शामिल करने से उड़ान संचालन और लैंडिंग के अवसरों में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। इस योजना में लैंडिंग और पार्किंग शुल्क सहित कई शुल्क माफ किए गए हैं, जो एयरलाइन कंपनियों को कुशीनगर को एक व्यवहार्य गंतव्य के रूप में विचार करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। राय ने यह भी कहा कि कई एयरलाइन कंपनियों ने हाल ही में एएआई से इस तरह के प्रोत्साहनों का अनुरोध किया था, जो इस क्षेत्र से परिचालन शुरू करने में बढ़ती दिलचस्पी को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कुशीनगर हवाई अड्डे, जिसका राज्य के सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों में सबसे लंबा रनवे है, ने पिछले 18 महीनों के भीतर डीवीओआर प्रणाली की पूरी स्थापना पूरी कर ली है। इसके अलावा, इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) से संबंधित लगभग 80 प्रतिशत काम भी पूरा हो चुका है एएआई के अनुसार, प्रोत्साहन योजना के लिए चुने गए 13 हवाई अड्डे हैं- कुशीनगर, पटना, श्रीनगर, पोर्ट ब्लेयर, अगरतला, इंफाल, वडोदरा, भोपाल, राजकोट, गया, औरंगाबाद, तिरुपति और अयोध्या।