आरबीआई के डेटा के अनुसार महाराष्ट्र, तमिलनाडु और कर्नाटक सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में लीडर हैं जबकि पर कैपिटा इनकम (प्रतिव्यक्ति आय) में दिल्ली, तेलंगाना और कर्नाटक सबसे आगे हैं। आरबीआई ने हैंडबुक ऑफ स्टेटिस्टिक्स ऑन इंडियन स्टेट्स 2024-25 में भारत से सभी राज्यों के डेटा रिलीज किए हैं। रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र 45.3 लाख करोड़ रुपये के साथ सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) चार्ट में सबसे ऊपर है, उसके बाद तमिलनाडु 31.1 लाख करोड़ रुपये के साथ दूसरे स्थान पर है। हालांकि उत्तर प्रदेश 29.7 लाख करोड़ रुपये के जीएसडीपी के साथ कर्नाटक (28.8 लाख करोड़ रुपये) से आगे है, लेकिन प्रति व्यक्ति आय के मामले में उत्तर प्रदेश केवल 1.08 लाख रुपये के साथ नीचे से दूसरे पायदान पर है। प्रतिव्यक्ति आय (पर कैपिटा इनकम) के मामले में केवल 69321 रुपये के साथ बिहार सबसे नीचे है। प्रति व्यक्ति शुद्ध राज्य घरेलू उत्पाद (एनएसडीपी) के आधार पर राज्यों की रैंकिंग करने पर एक अलग तस्वीर उभरती है। दिल्ली 4.93 लाख रुपये प्रति व्यक्ति एनएसडीपी के साथ देश में शीर्ष पर है - जो महाराष्ट्र के 3.09 लाख रुपये से काफी ऊपर है। तेलंगाना (3.87 लाख रुपये), कर्नाटक (3.80 लाख रुपये) और तमिलनाडु (3.61 लाख रुपये) भी शीर्ष आय वाले राज्यों में शामिल हैं। दूसरी ओर, बिहार और उत्तर प्रदेश इस अंतर को रेखांकित करते हैं। लगभग 9.9 लाख करोड़ रुपये की जीएसडीपी वाला बिहार, 69,321 रुपये की सबसे कम प्रति व्यक्ति आय दर्ज करता है। मध्य प्रदेश का जीएसडीपी 15 लाख करोड़ रुपये है लेकिन उसकी प्रति व्यक्ति आय केवल 1.52 लाख रुपये है। कुछ मध्यम आकार की अर्थव्यवस्थाएं अपने आकार से बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। 12.1 लाख करोड़ रु. की जीएसडीपी वाला हरियाणा की प्रतिव्यक्ति आय 3.53 लाख रुपये है जो कई बड़े राज्यों से अधिक है। हिमाचल प्रदेश (2.56 लाख रुपये) और उत्तराखंड (2.74 लाख रु.) जैसे छोटे क्षेत्र भी आय मापदंडों पर बड़े राज्यों से ऊपर स्थान रखते हैं। जहां तक राजस्थान की बात है तो यह पिछले वित्त वर्ष 2024-25 में 17.04 लाख करोड़ रुपये के जीएसडीपी के साथ छठा बड़ा राज्य है लेकिन 1.85 लाख रुपये की प्रतिव्यक्ति आय के साथ देश के मध्यम दर्जेे के राज्यों में शामिल है।
