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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

23-08-2025

गोल्ड बायर हो जाएं सावधान...

  •  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित जीएसटी में सुधार और दरों के सरलीकरण को लेकर सोने के खरीदारों के बीच उम्मीदें बढ़ गई हैं। सरकार का प्लान जीएसटी रेट्स घटाने के साथ ही कम्पनसेशन सेस को समाप्त करने का भी है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सोना इन बदलावों के दायरे में आएगा या नहीं। इनडायरेक्ट टैक्स एनेलिस्ट प्रभात रंजन के अनुसार, सोना अभी भी स्पेशल रेट कैटेगरी में आता है और मौजूदा सरलीकरण एजेंडा के तहत उसमें बदलाव प्रस्तावित नहीं है। इसलिए निकट भविष्य में सोने की कीमतों पर कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं देखा जा रहा। इसके बावजूद, पीएम मोदी के भाषण ने ज्यूलरी इंडस्ट्री में उम्मीदें बढ़ा दी हैं. पी.पी. ज्वेलर्स के निदेशक पियूष गुप्ता कहते हैं, अगर जीएसटी रेट्स में थोड़ी कटौती होती है तो ग्राहकों का उत्साह बढ़ेगा। अभी गोल्ड ज्यूलरी पर 3' और मेकिंग चार्ज पर 5' एक्स्ट्रा जीएसटी लगता है। मिरारी की फाउंडर मीरा गुलाटी कहती हैं कि चूंकि ज्यूलरी एक हाई वेल्यू परचेज होती है इसलिए 1' की कटौती से भी कस्टमर को बहुत फायदा हो सकता है। उदाहरण के लिए 5 लाख की ज्यूलरी पर 3' की रेट से 15 हजार रुपये जीएसटी बनता है। लेकिन यदि जीएसटी 1' घटकर 2 परसेंट रह जाए तो भी 5 हजार रुपये की सीधी बचत हो सकती है।

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गोल्ड बायर हो जाएं सावधान...

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित जीएसटी में सुधार और दरों के सरलीकरण को लेकर सोने के खरीदारों के बीच उम्मीदें बढ़ गई हैं। सरकार का प्लान जीएसटी रेट्स घटाने के साथ ही कम्पनसेशन सेस को समाप्त करने का भी है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सोना इन बदलावों के दायरे में आएगा या नहीं। इनडायरेक्ट टैक्स एनेलिस्ट प्रभात रंजन के अनुसार, सोना अभी भी स्पेशल रेट कैटेगरी में आता है और मौजूदा सरलीकरण एजेंडा के तहत उसमें बदलाव प्रस्तावित नहीं है। इसलिए निकट भविष्य में सोने की कीमतों पर कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं देखा जा रहा। इसके बावजूद, पीएम मोदी के भाषण ने ज्यूलरी इंडस्ट्री में उम्मीदें बढ़ा दी हैं. पी.पी. ज्वेलर्स के निदेशक पियूष गुप्ता कहते हैं, अगर जीएसटी रेट्स में थोड़ी कटौती होती है तो ग्राहकों का उत्साह बढ़ेगा। अभी गोल्ड ज्यूलरी पर 3' और मेकिंग चार्ज पर 5' एक्स्ट्रा जीएसटी लगता है। मिरारी की फाउंडर मीरा गुलाटी कहती हैं कि चूंकि ज्यूलरी एक हाई वेल्यू परचेज होती है इसलिए 1' की कटौती से भी कस्टमर को बहुत फायदा हो सकता है। उदाहरण के लिए 5 लाख की ज्यूलरी पर 3' की रेट से 15 हजार रुपये जीएसटी बनता है। लेकिन यदि जीएसटी 1' घटकर 2 परसेंट रह जाए तो भी 5 हजार रुपये की सीधी बचत हो सकती है।


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