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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

11-08-2025

काली मिर्च, बड़ी इलायची, सुपारी में तेजी

  •  गत सप्ताह ग्राहकी निकलने से काली मिर्च बड़ी इलायची सुपारी में तेजी आ गई, जबकि बिकवाली के प्रेशर में जायफल जावित्री मगज तरबूज हल्दी बादाम गिरी में मंदे का रुख बना रहा। अन्य में मिला-जुला रख रहा। आलोच्य सप्ताह काली मिर्च में नीचे वाले भाव पर लोकल एवं चालानी मांग में सुधार हो गया, क्योंकि वियतनाम में काली मिर्च के भाव भारतीय करेंसी के अनुसार 45/50 रुपए प्रति किलो बढ़ गए। इसके प्रभाव से यहां भी स्टॉकिस्ट एवं उत्पादक मंडियों के व्यापारी माल बेचने से पीछे हट गए। कोचीन के तेज समाचार से 10-15 रुपए बढक़र काली मिर्च के भाव एवरेज क्वालिटी के 725/735 रुपए प्रति किलो हो गया है। बड़ी इलायची भी पिछले दिनों यहां नीचे में 1500 प्रति किलो रह गई थी तथा ग्वालियर में 1450 रुपए का व्यापार हो गया था, लेकिन इन भावों में माल नहीं मिलने से वहां भाव बढक़र 1500 रुपए प्रति किलो हो गए। यहां भी जो बड़ी इलायची 1520 रुपए बिकी थी, उसके भाव 1550 रुपए प्रति किलो हो गए। सुपारी के भाव विदेशों में काफी ऊंचे हो गए हैं, उधर थाइलैंड से पिछले दो वर्षों से पड़ता नहीं लग रहा है तथा यहां घरेलू उत्पादन घटने से इस बार माल कम आया है। फलत: इसके भाव 30/40 रुपए बढक़र मोटे माल (जहाजी) के 540/550 रुपए प्रति किलो हो गए। नीचे वाले माल में भी 10 रुपए प्रति किलो की बढ़त पर बाजार बंद हुए। दूसरी ओर एर्नाकुलम लाइन से बढ़े हुए भाव में बिकवाली आने से यहां 25-30 रुपए गिरकर 640/645 रुपए प्रति किलो रह गया। जावित्री भी ग्राहकी के अभाव में 50 रुपए टूटकर बढिय़ा लाल फ्लावर 1900 रुपए रह गया। नीचे वाले माल 1650/1750 रुपए के बीच चूरा के हिसाब से बिकने की खबर थी। इधर सिंगापुरी के भाव भी 35 रुपए घटकर 1850/1880 रुपए रह गए। डिब्बे में सटोरियों की बिकवाली से हल्दी भी एक-दो रुपए प्रति किलो घटाकर व्यापार सुना गया। वर्ष 2025 की हल्दी 129/130 रुपए प्रति किलो भुगतान के हिसाब से बोली गई, जबकि 2023 एवं 2024 की हल्दी 125/127 रुपए के आसपास बिकने की खबर थी। मगज तरबूज के भाव भी 600/610 रुपए पर 10 रुपए प्रति किलो नीचे आ गए। बादाम गिरी कैलिफोर्निया भी स्टॉक के प्रेशर में 20/25 रुपए घटकर 680/685 रुपए प्रति किलो रह गया है। बादाम साबुत में भी 400 से 600 रुपए प्रति 40 किलो की गिरावट दर्ज की गई। काजू भी ग्राहकी के अभाव में 25/50 रुपए प्रति किलो साइज के अनुसार घटाकर बोला गया। अन्य में स्थिरता रही।

    मांग घटने से चीनी में गिरावट, गुड़-शक्कर मजबूत : ग्राहकी कमज़ोर होने से गत सप्ताह के दौरान स्थानीय बाजार में चीनी  के भाव  50 रूपये प्रति क्विंटल घट गए। जबकि सप्लाई घटने से गुड़ -शक्कर की कीमतों में मजबूती रही। रक्षा बंधन की त्यौहारी मांग समाप्त  होने के कारण चीनी 40-50 रुपए घटकर मिल डिलीवरी 4040/4160 रुपए तथा हाजिर में इसके भाव 4300/4400 रुपए प्रति कुंतल रह गए। हालांकि हालांकि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश की मिलों द्वारा चीनी के भाव ऊंचे ही बोले जा रहे थे, लेकिन रिसेलरेां की बिकवाली से बाजार दब गया। ब्राजील में चीनी उत्पादन में बढ़ोतरी होने एवं सटोरिया लिवाली घटने से लंदन  सफेद चीनी वायदा अक्टूबर डिलवरी 467.80 से घटकर 462.50 डॉलर प्रति टन रह गया। लोकल व दिसावरी मांग निकलने से तथा स्टॉकिस्टों की बिकवाली घटने से मुजफ्फरनगर में गुड़ चाकू कोल्ड के भाव 25 रूपये बढ़ाकर 4040/4050 रूपये एवं चौरसा के भाव 3950 रूपये प्रति क्विंटल हो गए। आवक कमज़ोर होने से रीमेड गुड़ के  पेड़ी 4300/4400 रुपए तथा बताशा के भाव 4500/4600 रुपए प्रति कुंतल हो गए। यूपी की मंडियों के तेज समाचार। आने के कारण बिकवाली कमजोर पेड़ी के भाव  4600/4700 रुपए तथा चाकू के भाव 4700/4800 रूपये प्रति कुंतल पर टिके रहा। ग्राहकी निकलने से शक्कर के भाव 4900/5000 रुपए व खांडसारी के भाव 5200/5300 रुपए कुंतल पर टिके रहे।
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काली मिर्च, बड़ी इलायची, सुपारी में तेजी

 गत सप्ताह ग्राहकी निकलने से काली मिर्च बड़ी इलायची सुपारी में तेजी आ गई, जबकि बिकवाली के प्रेशर में जायफल जावित्री मगज तरबूज हल्दी बादाम गिरी में मंदे का रुख बना रहा। अन्य में मिला-जुला रख रहा। आलोच्य सप्ताह काली मिर्च में नीचे वाले भाव पर लोकल एवं चालानी मांग में सुधार हो गया, क्योंकि वियतनाम में काली मिर्च के भाव भारतीय करेंसी के अनुसार 45/50 रुपए प्रति किलो बढ़ गए। इसके प्रभाव से यहां भी स्टॉकिस्ट एवं उत्पादक मंडियों के व्यापारी माल बेचने से पीछे हट गए। कोचीन के तेज समाचार से 10-15 रुपए बढक़र काली मिर्च के भाव एवरेज क्वालिटी के 725/735 रुपए प्रति किलो हो गया है। बड़ी इलायची भी पिछले दिनों यहां नीचे में 1500 प्रति किलो रह गई थी तथा ग्वालियर में 1450 रुपए का व्यापार हो गया था, लेकिन इन भावों में माल नहीं मिलने से वहां भाव बढक़र 1500 रुपए प्रति किलो हो गए। यहां भी जो बड़ी इलायची 1520 रुपए बिकी थी, उसके भाव 1550 रुपए प्रति किलो हो गए। सुपारी के भाव विदेशों में काफी ऊंचे हो गए हैं, उधर थाइलैंड से पिछले दो वर्षों से पड़ता नहीं लग रहा है तथा यहां घरेलू उत्पादन घटने से इस बार माल कम आया है। फलत: इसके भाव 30/40 रुपए बढक़र मोटे माल (जहाजी) के 540/550 रुपए प्रति किलो हो गए। नीचे वाले माल में भी 10 रुपए प्रति किलो की बढ़त पर बाजार बंद हुए। दूसरी ओर एर्नाकुलम लाइन से बढ़े हुए भाव में बिकवाली आने से यहां 25-30 रुपए गिरकर 640/645 रुपए प्रति किलो रह गया। जावित्री भी ग्राहकी के अभाव में 50 रुपए टूटकर बढिय़ा लाल फ्लावर 1900 रुपए रह गया। नीचे वाले माल 1650/1750 रुपए के बीच चूरा के हिसाब से बिकने की खबर थी। इधर सिंगापुरी के भाव भी 35 रुपए घटकर 1850/1880 रुपए रह गए। डिब्बे में सटोरियों की बिकवाली से हल्दी भी एक-दो रुपए प्रति किलो घटाकर व्यापार सुना गया। वर्ष 2025 की हल्दी 129/130 रुपए प्रति किलो भुगतान के हिसाब से बोली गई, जबकि 2023 एवं 2024 की हल्दी 125/127 रुपए के आसपास बिकने की खबर थी। मगज तरबूज के भाव भी 600/610 रुपए पर 10 रुपए प्रति किलो नीचे आ गए। बादाम गिरी कैलिफोर्निया भी स्टॉक के प्रेशर में 20/25 रुपए घटकर 680/685 रुपए प्रति किलो रह गया है। बादाम साबुत में भी 400 से 600 रुपए प्रति 40 किलो की गिरावट दर्ज की गई। काजू भी ग्राहकी के अभाव में 25/50 रुपए प्रति किलो साइज के अनुसार घटाकर बोला गया। अन्य में स्थिरता रही।

मांग घटने से चीनी में गिरावट, गुड़-शक्कर मजबूत : ग्राहकी कमज़ोर होने से गत सप्ताह के दौरान स्थानीय बाजार में चीनी  के भाव  50 रूपये प्रति क्विंटल घट गए। जबकि सप्लाई घटने से गुड़ -शक्कर की कीमतों में मजबूती रही। रक्षा बंधन की त्यौहारी मांग समाप्त  होने के कारण चीनी 40-50 रुपए घटकर मिल डिलीवरी 4040/4160 रुपए तथा हाजिर में इसके भाव 4300/4400 रुपए प्रति कुंतल रह गए। हालांकि हालांकि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश की मिलों द्वारा चीनी के भाव ऊंचे ही बोले जा रहे थे, लेकिन रिसेलरेां की बिकवाली से बाजार दब गया। ब्राजील में चीनी उत्पादन में बढ़ोतरी होने एवं सटोरिया लिवाली घटने से लंदन  सफेद चीनी वायदा अक्टूबर डिलवरी 467.80 से घटकर 462.50 डॉलर प्रति टन रह गया। लोकल व दिसावरी मांग निकलने से तथा स्टॉकिस्टों की बिकवाली घटने से मुजफ्फरनगर में गुड़ चाकू कोल्ड के भाव 25 रूपये बढ़ाकर 4040/4050 रूपये एवं चौरसा के भाव 3950 रूपये प्रति क्विंटल हो गए। आवक कमज़ोर होने से रीमेड गुड़ के  पेड़ी 4300/4400 रुपए तथा बताशा के भाव 4500/4600 रुपए प्रति कुंतल हो गए। यूपी की मंडियों के तेज समाचार। आने के कारण बिकवाली कमजोर पेड़ी के भाव  4600/4700 रुपए तथा चाकू के भाव 4700/4800 रूपये प्रति कुंतल पर टिके रहा। ग्राहकी निकलने से शक्कर के भाव 4900/5000 रुपए व खांडसारी के भाव 5200/5300 रुपए कुंतल पर टिके रहे।

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