सोयाबीन में सीजन से लेकर पिछले महीने तक जबरदस्त कारोबारियों की पिटाई हुई है। सोयाबीन सीजन के शुरू यानी 2024 सितंबर-अक्टूबर में 4650 रुपए बिककर मंडियों में 38/39 रुपए प्रति क्विंटल देख आई थी। अब इसमें सरपट तेजी का रुख बना हुआ है। इसी तरह सोया डीओसी में भी दलदल बन गया था, इसमें भी तेजी कुछ दिनों से बन गई है तथा दोनों में नई फसल से पहले 5000 रुपए प्रति टन की और तेजी लग रही है। सोयाबीन की बिजाई 22-23 प्रतिशत एमपी महाराष्ट्र राजस्थान के उत्पादक राज्यों में हुई है तथा फसल भी कुछ क्षेत्रों में पानी से गल जाने के समाचार मिल रहे हैं। दूसरी ओर नीचे वाले भाव में अंतरराष्ट्रीय बाजारों की सोया डीओसी का निर्यात तेजी से होने लगा है। यही कारण है कि सोयाबीन के भाव जो मंडियों में सीजन के 4 महीने बाद तक जो 3700/3800 रुपए प्रति कुंतल चल रहा था, उसके भाव 4760/4700 रुपए प्रति क्विंटल हो गए हैं तथा प्लांट डिलीवरी में 4950/5050 रुपए राजस्थान महाराष्ट्र एवं मध्य प्रदेश के प्लांट पहुंच में हो गए हैं। इसी तरह सोया डीओसी भी 41500/42000 रुपए प्रति तक प्लांट में बिकने के बाद नीचे में 29400 रुपए कोटा लाइन में एक्स प्लांट बन गई थी तथा दतिया शिवपुरी लाइन में 27700/28000 रुपए प्रति टन नीचे में एक्स प्लांट में व्यापार हो गया था, अब इनके भाव कोटा लाइन में 36500 तथा नीमच लाइन में 34800/35000 रुपए प्रति टन हो गए हैं। इन भावों में एक तरफ सोयाबीन में सॉल्वेंट प्लांटों की प्रतिस्पर्धात्मक खरीद चल रही है, क्योंकि अगस्त शिपमेंट में काफी सौदे सोया डीओसी के हुए हैं, जो शिपमेंट होने बाकी है। उनके लिए निर्यातकों के पास सोया डीओसी की कमी है, इसलिए अगले 10 दिनों के अंतराल ही इसमें 5000 रुपए प्रति टन की और तेजी के आसार बन गए हैं। इसी तरह जो राजस्थान की मंडियों में 4850/4950 रुपए प्रति क्विंटल सोयाबीन बिक रही है,। उसके भाव 5400/5500 बन जाने की संभावना बन गई है। मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र के प्लांटों में भी इसी अनुपात में 500 रुपए प्रति कुंतल की सोयाबीन में तेजी के आसार बन गए हैं। नया सोयाबीन 15 सितंबर से पहले नहीं आएगा, उससे पहले सॉल्वेंट प्लांटों की प्रतिस्पर्धात्मक लिवाली को देखते हुए लगातार तेजी की धारणा बन गई है।