गत सप्ताह नीचे वाले भाव पर नये स्टॉकिस्टों की लिवाली से जायफल, जावित्री में तेजी आ गयी। गोला, किशमिश पहले की तरह शॉर्टेज में पूरे सप्ताह बढ़ता गया। दूसरी ओर मगज तरबूज में भारी तेजी के बाद मुनाफावसूली बिकवाली से 80/85 रुपए प्रतिकिलो का मंदा आ गया। जीरा, हल्दी में लगातार सटोरियों की बिकवाली से 7/8 रुपए किलो मंदे का दलदल बन गया। मखाना भी उत्पादक मंडियों में नये माल की दहशत भी यहां 50 रुपए किलो गिर गया। लेकिन उत्पादक मंडियों में 150 रुपए नये माल में गिरावट के बाद पाईपलाईन में माल नहीं होने से सप्ताहंत में 40/50 रुपए की तेजी आ गयी। आलोच्य सप्ताह एर्नाकुलम लाईन से नये जायफल की आपूर्ति में 42-43 प्रतिशत की कमी आ गयी। इसके प्रभाव से नीचे वाले भाव में स्टॉकिस्ट चौतरफा लिवाल आ गये जिससे इसके भाव 35/40 रुपए बढक़र 700/710 रुपए प्रति किलो हो गये। गौरतलब है कि अंतर्राष्टï्रीय बाजारों में भी 350/375 डॉलर प्रति टन जायफल के भाव बढ़ गये जिससे एर्नाकुलम लाईन में निर्यातक माल पकडऩे लगे। इसके अलावा जावित्री भी लाल फ्लावर बढिय़ा माल पिछले दिनों नीचे में 1700 रुपए प्रति किलो बढ़ गयी थी उसके भाव बड़े स्टॉकिस्टों की लिवाली से यहां 1750 रुपए प्रति किलो हो गये। रिटेल में 1800 रुपए तक का व्यापार सुना गया। हल्के माल अभी भी 1450 रुपए बिक रहे हैं जिससे कुछ दिन तेजी के बाद पुन: करेक्शन का आभास हो रहा है। इसके अलावा गोला टिपटूर व कालीकट लाईन में कच्चे नारियल की आपूर्ति 90 प्रतिशत समाप्त हो जाने एवं नारियल को प्रोसेसिंग करने वाली यूनिटों में माल की भारी कमी हो जाने से 40/45 रुपए प्रति किलो एक्स गोडाउन वहां गोले के भाव बढ़ गये। इसके प्रभाव से यहां भी गोला गत्ता बॉक्स में 20/25 रुपए बढक़र 320/340 रुपए प्रति किलो हो गया। बुरादा भी 400 रुपए बढक़र यहां 6200/6900 रुपए प्रति 25 किलो की ऊंचाई पर जा पहुंचा। उधर किशमिश भी पाईपलाईन में माल की कमी होने तथा उत्पादक मंडियों से पड़ते नहीं लगने से इंडियन हरी 500 रुपए और बढक़र 17000/19000 रुपए एवं कंधारी 23000/25500 रुपए प्रति 40 किलो हो गयी। रंगा क्वालिटी में भी इसी अनुपात में तेजी दर्ज की गयी। हालांकि सप्ताह के उत्तरार्ध में नीलामी में किशमिश नरम बोली गयी लेकिन उत्पादक मंडियों में हाजिर में भाव काफी ऊंचे बोल रहे थे। दूसरी ओर मगज तरबूज में पिछले दिनों आई भारी तेजी के बाद सटोरियों की बिकवाली से 80-85 रुपए टूटकर 610/615 रुपए प्रति किलो भाव हो गये। हालांकि आज की तारीख में प्रोसेसिंग करने पर 642 रुपए से कम का पड़ता नहीं आ रहा है लेकिन मोनोपोली से नाजायज बाजार को तोड़ दिये हैं। जिससे पुन: भाव तेज लग रहे हैं। इधर जीरा भी सट्टïेबाजी के दौर में 7/8 रुपए टूटकर नीचे वाले भाव 210/215 रुपए और ऊपर में 245/248 रुपए रह गया। हल्दी में भी सटोरियों की बिकवाली से 7 रुपए गिरकर ईरोड एजइटीज गठ्ठïा 130/135 रुपए प्रति किलो रह गया। अन्य में स्थिरता रही।