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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

03-12-2025

सौंठ : मजबूती जारी रह सकती है

  •  ठंड़ का मौसम चालू होने की वजह से सौंठ की मांग बढऩे की उम्मीद जताई जा रही है। यद्यपि हाल ही में सौंठ में अच्छी तेजी आई है। अदरक की कीमत भी ऊंची बनी हुई है। कीमत आकर्षक बनी होने से इसके निर्यात में भारी उछाल आया है। अत: आगामी दिनों में सौंठ में मजबूती जारी रह सकती है। यहां पर बंगलौर और दिमापुर से अदरक की आवक हो रही है। बंगलौर की नई अदरक की कीमत मामूली 2 रुपए सुधकर फिलहाल 54-66 रुपए और दिमापुर की 48/58 रुपए प्रति किलोग्राम के आसपास बनी हुई है। इससे पूर्व हाल ही में इसमें 7-10 रुपए की तेजी आई थी। अदरक की इस मजबूती का प्रमुख कारण यह है कि आपूर्ति सामान्य से तंग बताई जा रही है। हाल ही में केरल की कोच्चि मंड़ी में सौंठ की थोक कीमत हाल ही में 25-30 रुपए तेज होकर फिलहाल क्वालिटीनुसार 300/325 रुपए प्रति किलोग्राम के आसपास बनी हुई है। इससे पूर्व हाल ही में इसमें इतनी तेजी आई थी। गौरतलब है कि बीते सीजन में अदरक की कीमत तेज होती हुई 200-225 रुपए के रिकॉर्डतोड़ स्तर पर जा पहुंची थी। कीमत उम्मीद से अधिक आकर्षक बनी होने के कारण किसानों ने अपनी अदरक की करीब सारी की सारी फसल बेच दी थी।  आवक और उपलब्धता सामान्य से कमजोर होने के परिणामस्वरूप सौंठ बनाने के लिए अदरक मिल ही नहीं रही थी। यही वजह है कि उत्पादक राज्यों से अदरक और सौंठ की आवक तुलनात्मक से कमजोर ही बनी रही थी। इसके विपरीत इस बार देश में सौंठ का उत्पादन अच्छा हुआ है। उधर, केरल की कोच्चि मंड़ी में नई सौंठ की आवक का श्रीगणेश होने के बाद से लेकर अभी तक कभी भी पर्याप्त दबाव नहीं बना है। गौरतलब है कि अदरक में तेजी का प्रमुख कारण यह बताया जा रहा है कि नाइजीरिया में इस बार सौंठ का उत्पादन करीब 50 प्रतिशत लुढक़ने का अनुमान व्यक्त किया जा रहा है। इधर, सौंठ सामान्य में हाल ही में तीन हजार रुपए उछलकर फिलहाल 29,000/29,500 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर बनी हुई है। इससे पूर्व इसमें एक हजार रुपए की तेजी आई थी। महाराष्टï्र में इस बार सौंठ का उत्पादन काफी अच्छा हुआ था लेकिन अब वहां की फसल करीब-करीब समाप्त हो गई है। उधर, मसाला बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2025-26 की अप्रैल-अगस्त अवधि में देश से 551.01 करोड़ रुपए कीमत की 66,902 टन सौंठ निर्यात हुई है। एक वर्ष पूर्व की आलोच्य अवधि में इसकी 15,197 टन मात्रा का निर्यात हुआ था और इससे 221.39 करोड़ रुपए की आय हुई थी। इससे पता चलता है कि इस बार इसके मात्रात्मक निर्यात में 340 प्रतिशत और आय में 149 प्रतिशत का उछाल आया है। आगामी दिनों में हाजिर में सौंठ मजबूत ही बनी रहने के आसार हैं।

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सौंठ : मजबूती जारी रह सकती है

 ठंड़ का मौसम चालू होने की वजह से सौंठ की मांग बढऩे की उम्मीद जताई जा रही है। यद्यपि हाल ही में सौंठ में अच्छी तेजी आई है। अदरक की कीमत भी ऊंची बनी हुई है। कीमत आकर्षक बनी होने से इसके निर्यात में भारी उछाल आया है। अत: आगामी दिनों में सौंठ में मजबूती जारी रह सकती है। यहां पर बंगलौर और दिमापुर से अदरक की आवक हो रही है। बंगलौर की नई अदरक की कीमत मामूली 2 रुपए सुधकर फिलहाल 54-66 रुपए और दिमापुर की 48/58 रुपए प्रति किलोग्राम के आसपास बनी हुई है। इससे पूर्व हाल ही में इसमें 7-10 रुपए की तेजी आई थी। अदरक की इस मजबूती का प्रमुख कारण यह है कि आपूर्ति सामान्य से तंग बताई जा रही है। हाल ही में केरल की कोच्चि मंड़ी में सौंठ की थोक कीमत हाल ही में 25-30 रुपए तेज होकर फिलहाल क्वालिटीनुसार 300/325 रुपए प्रति किलोग्राम के आसपास बनी हुई है। इससे पूर्व हाल ही में इसमें इतनी तेजी आई थी। गौरतलब है कि बीते सीजन में अदरक की कीमत तेज होती हुई 200-225 रुपए के रिकॉर्डतोड़ स्तर पर जा पहुंची थी। कीमत उम्मीद से अधिक आकर्षक बनी होने के कारण किसानों ने अपनी अदरक की करीब सारी की सारी फसल बेच दी थी।  आवक और उपलब्धता सामान्य से कमजोर होने के परिणामस्वरूप सौंठ बनाने के लिए अदरक मिल ही नहीं रही थी। यही वजह है कि उत्पादक राज्यों से अदरक और सौंठ की आवक तुलनात्मक से कमजोर ही बनी रही थी। इसके विपरीत इस बार देश में सौंठ का उत्पादन अच्छा हुआ है। उधर, केरल की कोच्चि मंड़ी में नई सौंठ की आवक का श्रीगणेश होने के बाद से लेकर अभी तक कभी भी पर्याप्त दबाव नहीं बना है। गौरतलब है कि अदरक में तेजी का प्रमुख कारण यह बताया जा रहा है कि नाइजीरिया में इस बार सौंठ का उत्पादन करीब 50 प्रतिशत लुढक़ने का अनुमान व्यक्त किया जा रहा है। इधर, सौंठ सामान्य में हाल ही में तीन हजार रुपए उछलकर फिलहाल 29,000/29,500 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर बनी हुई है। इससे पूर्व इसमें एक हजार रुपए की तेजी आई थी। महाराष्टï्र में इस बार सौंठ का उत्पादन काफी अच्छा हुआ था लेकिन अब वहां की फसल करीब-करीब समाप्त हो गई है। उधर, मसाला बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2025-26 की अप्रैल-अगस्त अवधि में देश से 551.01 करोड़ रुपए कीमत की 66,902 टन सौंठ निर्यात हुई है। एक वर्ष पूर्व की आलोच्य अवधि में इसकी 15,197 टन मात्रा का निर्यात हुआ था और इससे 221.39 करोड़ रुपए की आय हुई थी। इससे पता चलता है कि इस बार इसके मात्रात्मक निर्यात में 340 प्रतिशत और आय में 149 प्रतिशत का उछाल आया है। आगामी दिनों में हाजिर में सौंठ मजबूत ही बनी रहने के आसार हैं।


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