हरी मूंग की दाल...मतलब शाकाहारी लोगों के लिए प्रोटीन की खान। हरी मूंग की दाल खाने से प्रोटीन की कमी को दूर किया जा सकता है। आयुर्वेदाचार्य कहते हैं कि दाल में चिकन-मटन से ज्यादा प्रोटीन होता है। प्रोटीन की भरपूर मात्रा बच्चों से लेकर बूढ़ों तक को तंदुरुस्त बनाए रखती है। हरी मूंग की दाल की पौष्टिकता और उसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों पर रोशनी डालते हुए डॉ. प्रमोद आनंद तिवारी ने कहा कि हरी मूंग दाल का सेवन सप्ताह में दो से तीन बार जरूर करना चाहिए। इस दाल में नॉनवेज से भी ज्यादा प्रोटीन होती है। मूंग दाल के सेवन से मांसपेशियों के साथ ही हड्डियों को भी मजबूती मिलती है। इसमें पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन के साथ ही फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन बी, बी6, फोलेट, कॉपर, जिंक और पोटैशियम भी पाए जाते हैं, जिसका सेवन करना फायदेमंद होता है। उन्होंने बताया कि हरी मूंग की दाल के सेवन से टिशू की मरम्मत जल्दी होती है। इसमें मौजूद फाइबर की वजह से पाचन तंत्र ठीक से काम करता है। यदि आपको कब्ज की समस्या है, तो मूंग दाल का सेवन इस परेशानी से मुक्ति दिला सकता है। इसके पचने में ज्यादा समय नहीं लगता, जबकि चिकन-मटन खाते हैं, तो उसके पाचन में काफी समय लगता है। आयुर्वेदाचार्य का मानना है कि हरी मूंग की दाल के सेवन से कई समस्याओं को लंबी छुट्टी पर भेजा जा सकता है। यह कब्ज की समस्या से मुक्ति दिलाने के साथ ही हृदय के लिए भी काफी फायदेमंद होती है। दाल में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढऩे नहीं देते हैं। इसका सेवन काफी सरल होता है। इसे नाश्ते में लेने के साथ ही खाने में भी शामिल कर सकते हैं।