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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

17-04-2025

बीकानेर जिला उद्योग संघ ने चिकित्सा शिक्षा सचिव को सौंपा ज्ञापन

  •  बीकानेर जिला उद्योग संघ अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीश कुमार को ज्ञापन सौंपकर पीबीएम अस्पताल के विट्रीयो रेटिना सर्जरी यूनिट के उन्नयन हेतु की गई बजट घोषणा की शीघ्र क्रियान्विति की मांग की है। ज्ञापन में बताया गया कि राज्य सरकार द्वारा बजट 2025-26 में पीबीएम अस्पताल के विट्रीयो रेटिना सर्जरी यूनिट के उन्नयन के लिए 10 करोड़ रुपये की घोषणा की गई थी, लेकिन आज तक इस राशि को स्वीकृत नहीं किया गया है। पचीसिया ने बताया कि पीबीएम नेत्र विभाग के रेटिना क्लिनिक में प्रतिदिन 300 से 400 मरीज आँख के पर्दे से संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए आते हैं। इनमें से लगभग 70 से 90 मरीजों को आवश्यक संसाधनों के अभाव में अन्यत्र रेफर करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि यदि बजट के अनुरूप राशि उपलब्ध करवाई जाती है तो आँख के पर्दे से संबंधित सभी बीमारियों का निशुल्क और विश्वस्तरीय इलाज बीकानेर में ही संभव हो सकेगा। साथ ही, मोतियाबिंद ऑपरेशन के दौरान होने वाली जटिलताओं का भी यहीं इलाज किया जा सकेगा और मरीजों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा।

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बीकानेर जिला उद्योग संघ ने चिकित्सा शिक्षा सचिव को सौंपा ज्ञापन

 बीकानेर जिला उद्योग संघ अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीश कुमार को ज्ञापन सौंपकर पीबीएम अस्पताल के विट्रीयो रेटिना सर्जरी यूनिट के उन्नयन हेतु की गई बजट घोषणा की शीघ्र क्रियान्विति की मांग की है। ज्ञापन में बताया गया कि राज्य सरकार द्वारा बजट 2025-26 में पीबीएम अस्पताल के विट्रीयो रेटिना सर्जरी यूनिट के उन्नयन के लिए 10 करोड़ रुपये की घोषणा की गई थी, लेकिन आज तक इस राशि को स्वीकृत नहीं किया गया है। पचीसिया ने बताया कि पीबीएम नेत्र विभाग के रेटिना क्लिनिक में प्रतिदिन 300 से 400 मरीज आँख के पर्दे से संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए आते हैं। इनमें से लगभग 70 से 90 मरीजों को आवश्यक संसाधनों के अभाव में अन्यत्र रेफर करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि यदि बजट के अनुरूप राशि उपलब्ध करवाई जाती है तो आँख के पर्दे से संबंधित सभी बीमारियों का निशुल्क और विश्वस्तरीय इलाज बीकानेर में ही संभव हो सकेगा। साथ ही, मोतियाबिंद ऑपरेशन के दौरान होने वाली जटिलताओं का भी यहीं इलाज किया जा सकेगा और मरीजों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा।


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