लॉन्च से पहले टाटा सिएरा का जो ब•ा था वो लॉन्च के बाद और सर्ज (तेज) हो गया है। टाटा के इस पहले पीवी मॉडल (1991 में लॉन्च) को डिजाइन और फीचर पैकेजिंग के लिए रेव रिव्यूज मिल रहे हैं। कुछ लोग कह रहे हैं यह डिफेंडर है...12 लाख में। कोविड के दौर से हाईग्रोथ पाथ पर रहने के बाद करीब एक साल से टाटा ब्रीदर (थकान के बाद सांस लेना) में थी। लेकिन फेस्टिव सीजन के दौरान कंपनी ने तूफानी वापसी की है। नवंबर में कंपनी की पीवी सेल्स 22 परसेंट ग्रोथ के साथ 57 हजार यूनिट्स को पार कर गई। अंग्रेजी शब्द सिएरा का अर्थ होता है माउंटेन या फिर पहाड़। और अब तक की रिपोर्ट से लगता है कि सिएरा के दम पर टाटा वाकई माउंट एवरेस्ट (पहाड़)फतेह करने के लिए कमर कस चुकी है। सिएरा की प्रोडक्ट पैकेजिंग और प्राइस पोजिशनिंग को एनेलिस्ट ने भी पॉजिटिव फीडबैक दिया है। ब्रोकरेज हाउस नोमुरा और एमके दोनों ने सिएरा को कंपनी के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में एक बड़ी खाली जगह को भरने वाला प्रोडक्ट बताया है। एनेलिस्ट्स का मानना है कि सिएरा के दम पर टाटा का पीवी बिजनस हाईग्रोथ के रास्ते की ओर ड्राइव हो सकता है। फास्ट ग्रोथ वाले मिड-साइज एसयूवी सेगमेंट में सिएरा बहुत स्ट्रेटेजिक मॉडल साबित हो सकती है। नोमुरा का मानना है कि फीचर-लोडेड पोजिशनिंग और आक्रामक प्राइस स्ट्रेटेजी के चलते सिएरा वित्त वर्ष 2026-2028 में टाटा के पीवी वॉल्यूम को बड़ी बढ़त दिला सकती है। यह अपनी पुरानी झलक बरकरार रखते हुए अधिक प्रीमियम और आधुनिक डिजाइन ऑफर कर रही है जिससे इसकी वैल्यू प्रपोजिशन मजबूत होती है। यदि नोमुरा का आंकलन सही साबित होता है तो सिएरा टाटा पीवी के लिए न्यू नेक्सॉन और पंच साबित हो सकती है। नोमुरा का मानना है कि सिएरा का महीने का सेल्स वॉल्यूम लगभग 10 हजार यूनिट्स रहेगा। हालांकि कुछ एनेलिस्ट का मानना है कि कंपनी महीने में 12-15 हजार यूनिट्स का प्रोडक्शन प्लान लेकर चल रही है। नोमुरा का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2026-2028 में सिएरा के दम पर टाटा की पीवी सेल्स वित्त वर्ष 2026 में 6.09 लाख यूनिट, वित्त वर्ष 2027 में 6.82 लाख यूनिट और वित्त वर्ष 2028 में 7.23 लाख यूनिट तक पहुंच जाएगी। यानी कंपनी 50-60 हजार यूनिट्स की लीग में अपनी पोजिशन को ओर मजबूत कर लेगी। वर्तमान में टीएमपीवी (टाटा पैसेंजर वेहीकल्स) का माइक्रो एसयूवी (पंच) में 32.1 परसेंट और कॉम्पैक्ट एसयूवी (नेक्सॉन) में 24.4 परसेंट का मजबूत दबदबा है, लेकिन मिड-साइज एसयूवी में कंपनी का शेयर केवल 4.4 परसेंट है। कंपनी ने मिड एसयूवी सैगमेंट में गैप को फिल करने के लिए एक साल पहले कर्व लॉन्च की थी लेकिन इसका ट्रेक्शन कंपनी की उम्मीद से थोड़ा कम रहा है। चर्चा है कि टाटा पैसेंजर वेहीकल्स अब कर्व को भी रीपैकेज कर रही है। वित्त वर्ष 2026 के शुरुआती ) महीनों में कुल एसयूवी सैगमेंट में मिड मॉडलों का शेयर लगभग 23 परसेंट है। एमके ग्लोबल के एनेलिस्ट्स के अनुसार 11.49 लाख (एक्स-शोरूम दिल्ली) की एंट्री प्राइस पर सिएरा मिड सैगमेंट के बायर्स के लिए बड़ा पुल साबित हो सकती है। कंपनी सिएरा के दम पर अपना एसयूवी मार्केट शेयर 17 परसेंट से बढ़ाकर 20-25 परसेंट की रेंज में पहुंचाना चाहती है। एनेलिस्ट्स का मानना है कि सिएरा, हैरियर ईवी और जीएसटी कट से ऐसा पैकेज तैयार हो रहा है जो टाटा को मिड एसयूवी में पावर ब्रांड बना सकता है। वित्त वर्ष एफवाई26 में मिड एसयूवी का कुल एसयूवी सेल्स में 23 परसेंट शेयर है। रिपोर्ट के अनुसार, सिएरा बायर्स के लिए टियागो से सफारी तक एक पूरा अपग्रेड पाथ तैयार करेगी।
