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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

  • कस्टमर से ‘खर्च’ करवाना हो तो...!...

    मार्केटिंग व कंज्यूमर बिहेवियर में महाराथ रखने वाले यह तो जानते है कि कस्टमर का स्वागत करना चाहिए व उस तक यह संदेश पहुंचे कि उसके आने से खुशी हुई है लेकिन ऐसा कर पाने की स्किल बहुत कम लोग सीख पाते
  • प्राइवेट CAPEX फिर क्यों हुआ RELAX!...

    विकसित भारत का टार्गेट तो बना लिया। लेकिन इस सरकारी टार्गेट से इंडिया इंक ने किनारा ही किया हुआ है। मार्केटिंग में एक शब्द होता है न•ा...यानी हल्की झिडक़ी देना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर वित्त मंत्री निर्मला
  • टोयोटा हाइब्रिड में ग्रोथ करेगी...
    ग्लोबल दिग्गज अब प्लग-इन-हाइब्रिड के ट्रेक पर फुल थ्रोटल चलने के लिए गियरअप हो रही है। कंपनी का प्लान अमेरिका में ही अपनी कुल...
  • सुजुकी की एडवेंचर बाइक...
    सुजुकी ने भारत में अपनी नई एडवेंचर बाइक वी-स्ट्रोम 800ई लॉन्च की है। इस ओबीडी-2 कंप्लायंट नई बाइक की एक्स-शोरूम प्राइस 10.30...
  • मई में पीवी सेल्स रही फ्लेट,...
    फाडा द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार मई 2025 में भारत की कुल ऑटो रिटेल सेल्स सालाना आधार पर 4.43 परसेंट की मामूली ग्रोथ के साथ...
  • हैरियर से टाटा ही रहेगी ईवी लीडर
    टाटा मोटर्स ने हाल ही अपनी प्रीमियम एसयूवी हैरियर का ईवी अवतार लॉन्च किया है। हैरियर दरअसल बाज को कहते हैं जो अपनी पावर, चुस्ती...
  • ह्यूंदे वरना का नया वेरिएंट...
    ह्यूंदे ने अपने पॉपुलर सेडान वरना का नया एसएक्स+ वेरिएंट लॉन्च किया है। इस वेरिएंट का सबसे बड़ा अपग्रेड 10.25-इंच का एचडी...
Vichar Sagar
  •  ‘‘दृष्टव्य है कि क्रोध से भ्रम पैदा होता है और भम्र से बुद्धि व्यग्र होती है जो मनुष्य के पतन का कारण है।’’

    - पी.सी. वर्मा
    ‘‘भय को दूर भगाने के लिए ज्ञान व विवेक की प्राप्ति ही एकमात्र उपाय है।’’
    - सांवरमल सराफ
Thoughts of the time
  •  It is better to go down on the great seas which human hearts were made to sail than to rot at the wharves in ignoble anchorage.

    - Hamilton Wright Mable
    The more you sweat in peacetime, the less you bleed during war.
    - Suresh Rathi
Rajasthani Kahawat
घर नैड़ौ अर भांय घणी
घर समीप और दूरी बहुत
  • दुख की वह पराकाष्ठा जब पांव एक कदम भी आगे बढऩे को तैयार न हों।
-स्व. विजय दान देथा साभार : रूपायन संस्थान, बोरूंद

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