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Daily Business Newspaper
‘‘दृष्टव्य है कि क्रोध से भ्रम पैदा होता है और भम्र से बुद्धि व्यग्र होती है जो मनुष्य के पतन का कारण है।’’
One is never done with knowing the greatest men or the greatest works of art-they carry you on and on, and at the last you feel that you are only beginning.
गत शनिवार यानि 19 अप्रेल को लोकसभा चुनावों के प्रथम चरण में 18 राज्यों की 102 सीटों पर मतदान संपन्न हुआ उन्हें हम ऐसे चुनावों का पर्याय कह सकते हैं जिसमें......
कहते हैं कि माया के बढ़ते प्रभाव के कारण आज शत्रुता और मित्रता दोनों झूठी हो चुकी है। लोग लाभ उठाने के लोभ करते हैं और लोभ की पूर्ति के लिये मित्रता। मित्रता...
प्रकृति प्रधान यानि भोग प्रधान समाज व्यवस्था (आवश्यकताओं की पूर्ति) के स्थान पर अर्थ प्रधान विकास से पैदा होने वाली उपभोग एवं विकल्प प्रधान समाज व्यवस्था में...
गत कुछ अर्से से हम सिस्टम में ऐसी प्रक्रिया का गठन होते देख रहे हैं जिसमें 60 वर्ष से अधिक आयु का व्यक्ति ही हर कुछ माह के अंतराल या सालाना अपना Body Checkup......
जिस प्रकार राजनेताओं के मुंह से निकले हुए विरोधाभासी शब्द सिस्टम में भूचाल लाते हुए आमजन के लिए मनोरंजन का नया माध्यम बनते हुए इन दिनों लोकसभा के चुनावों के......