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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi
‘‘दृष्टव्य है कि क्रोध से भ्रम पैदा होता है और भम्र से बुद्धि व्यग्र होती है जो मनुष्य के पतन का कारण है।’’
There is no calamity greater than lavish desires there is no greater guilt than discontentment and there is no greater disaster than greed.
Every Stock Market Boom Is Followed by Recession अर्थात शेयर बाजारों में तेजी का दौर अर्थव्यवस्था में मंदी का आधार बनाता है के जिस सिद्धान्त के अनुरूप बाजारों......
आज का प्राणीमात्र आधि, व्याधि और उपाधि से घोर पीडि़त है। शारीरिक, मानसिक तथा भौतिक दु:खों ने उसको इस प्रकार जकड़ रखा है कि भरपूर प्रयास करने के बावजूद उनसे...
सुखी जीवन के आठ शास्त्रीय सूत्रों में से गत आलेखों में छह सूत्रों के व्यवहारिक एवं ...
जिस प्रकार किसी मानवीय अवस्था (65 वर्ष से अधिक) पर यमराज का साया होने का आशय व्यक्ति द्वारा पूरी जिंदगी अपने शरीर में पैदा की गई, एकत्रित की गई या हर तरीके से......
गत दिनों जयपुर में जिस तीन दिवसीय Rising Rajasthan Global Summit का आयोजन हुआ जिसने राज्य में निवेश को आकर्षित करने का वातावरण बनाने में अच्छा-खासा योगदान......