ई - पेपर Subscribe Now!
ePaper Subscribe Now!
Daily Business Newspaper
‘‘दृष्टव्य है कि क्रोध से भ्रम पैदा होता है और भम्र से बुद्धि व्यग्र होती है जो मनुष्य के पतन का कारण है।’’
Those who cannot feel the littleness of great things in themselves are apt to overlook
गत कुछ अर्से से शेयर बाजारों के साथ सोने-चांदी की कीमतों में जिस तेजी का आलम देखा जा रहा है उसका कारण Financialisation of Saving की व्यापकता के...
उत्तराध्ययन सूत्र में कहा गया है कि मानव जीवन आत्म कल्याण के लिये जितना उपयोगी व आवश्यक है उतना ही संघर्षों से भरा हुआ है। मनुष्य को जीवन लेते ही पहला संघर्ष...
आगामी दिनों में देश के लोकसभा चुनाव होने जा रहे हैं जिसके बाद नयी सरकार का गठन होगा पर माना यह जा रहा है कि चाहे कितनी भी सीटों पर भाजपा को जीत हासिल हो सरकार...
जिस प्रकार ग्लोबलाइजेशन यानि वैश्वीकरण का व्यवहारिक अर्थ अस्थिरता ही नयी स्थिरता है (Instability Is The New Stability) क्यों होता है इसका अहसास...
गति प्रधान रुपैये के दौर में जिस तरह रिजर्व बैंक ब्याज दरों में घटा-बढ़ी के माध्यम से महंगायी नियंत्रण के प्रयास करता है और जो अधिकांशत: फेल साबित होने से वह......