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20-06-2025

इंडिया में रियल एस्टेट इंवेस्टमेंट ट्रस्टों द्वारा प्रबंधित ऑफिस स्पेस में अपार संभावनाएं : रिपोर्ट

  •  शीर्ष सात भारतीय शहरों में रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (रीट्स) के पोर्टफोलियो में वर्तमान में कुल रीट-योग्य ऑफिस स्टॉक (520 मिलियन वर्ग फीट मूल्य) का केवल 23 प्रतिशत लिस्टेड है, जो भविष्य में जबरदस्त संभावनाएं दर्शाता है। यह जानकारी जारी की गई एक रिपोर्ट में दी गई। भारत के ऑफिस रीट्स ने मजबूत लीजिंग गतिविधि और किराए में स्थिर वृद्धि के कारण 16 जून, 2025 तक शानदार वन-ईयर परफॉर्मेंस दर्शाया है। लेटेस्ट एनारॉक रिसर्च डेटा के अनुसार, भारत रीट सेक्टर में देरी से प्रवेश करने वाला रहा है। हालांकि, 2019 में रीट्स लॉन्च होने के बाद से उनका बाजार पूंजीकरण परिपक्व रीट बाजारों वाली कुछ प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से आगे निकल गया है। एनारॉक ग्रुप के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि तीन लिस्टेड भारतीय रीट्स, एम्बेसी ऑफिस पार्क्स, माइंडस्पेस बिजनेस पार्क्स और ब्रुकफील्ड इंडिया का संयुक्त पोर्टफोलियो सिर्फ 117.2 मिलियन वर्ग फीट है, जो कि कुल रीट-योग्य भारतीय ऑफिस स्पेस मार्केट का सिर्फ 23 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि यह भविष्य में रीट लिस्टिंग और शीर्ष 7 शहरों में ऑफिस मार्केट कंसोलिडेशन के लिए महत्वपूर्ण हेडरूम दर्शाता है। लगभग 313 मिलियन वर्ग फीट के साथ, बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई में वर्तमान में अधिकतम उपलब्ध रीट-योग्य ऑफिस स्टॉक है।  हालांकि, इस स्टॉक का सिर्फ 18 प्रतिशत ही रीट पोर्टफोलियो में लिस्टेड है। उत्तर भारत में, दिल्ली-एनसीआर में वर्तमान में कुल 82 मिलियन वर्ग फीट का रीट-योग्य स्टॉक है, जिसमें से सिर्फ 30 प्रतिशत लिस्टेड है। मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन और पुणे में कुल मिलाकर 118 मिलियन वर्ग फीट का रीट योग्य ऑफिस स्टॉक है, जिसमें से सिर्फ 27 प्रतिशत रीट-लिस्टेड है। डेटा ट्रेंड्स से पता चलता है कि 2023 में शीर्ष 7 शहरों में कुल रीट-योग्य ऑफिस स्टॉक लगभग 383 मिलियन वर्ग फीट था। पुरी ने कहा, तब से यह 36 प्रतिशत बढक़र वर्तमान में लगभग 520 मिलियन वर्ग फीट हो गया है, जिसका श्रेय मुख्य रूप से 2023 से उदार नए ऑफिस सप्लाई इन्फ्यूजन और वर्तमान मांग और मानकों को पूरा करने के लिए पुराने ग्रेड ए ऑफिस स्टॉक के अपग्रेड को जाता है।

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इंडिया में रियल एस्टेट इंवेस्टमेंट ट्रस्टों द्वारा प्रबंधित ऑफिस स्पेस में अपार संभावनाएं : रिपोर्ट

 शीर्ष सात भारतीय शहरों में रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (रीट्स) के पोर्टफोलियो में वर्तमान में कुल रीट-योग्य ऑफिस स्टॉक (520 मिलियन वर्ग फीट मूल्य) का केवल 23 प्रतिशत लिस्टेड है, जो भविष्य में जबरदस्त संभावनाएं दर्शाता है। यह जानकारी जारी की गई एक रिपोर्ट में दी गई। भारत के ऑफिस रीट्स ने मजबूत लीजिंग गतिविधि और किराए में स्थिर वृद्धि के कारण 16 जून, 2025 तक शानदार वन-ईयर परफॉर्मेंस दर्शाया है। लेटेस्ट एनारॉक रिसर्च डेटा के अनुसार, भारत रीट सेक्टर में देरी से प्रवेश करने वाला रहा है। हालांकि, 2019 में रीट्स लॉन्च होने के बाद से उनका बाजार पूंजीकरण परिपक्व रीट बाजारों वाली कुछ प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से आगे निकल गया है। एनारॉक ग्रुप के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि तीन लिस्टेड भारतीय रीट्स, एम्बेसी ऑफिस पार्क्स, माइंडस्पेस बिजनेस पार्क्स और ब्रुकफील्ड इंडिया का संयुक्त पोर्टफोलियो सिर्फ 117.2 मिलियन वर्ग फीट है, जो कि कुल रीट-योग्य भारतीय ऑफिस स्पेस मार्केट का सिर्फ 23 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि यह भविष्य में रीट लिस्टिंग और शीर्ष 7 शहरों में ऑफिस मार्केट कंसोलिडेशन के लिए महत्वपूर्ण हेडरूम दर्शाता है। लगभग 313 मिलियन वर्ग फीट के साथ, बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई में वर्तमान में अधिकतम उपलब्ध रीट-योग्य ऑफिस स्टॉक है।  हालांकि, इस स्टॉक का सिर्फ 18 प्रतिशत ही रीट पोर्टफोलियो में लिस्टेड है। उत्तर भारत में, दिल्ली-एनसीआर में वर्तमान में कुल 82 मिलियन वर्ग फीट का रीट-योग्य स्टॉक है, जिसमें से सिर्फ 30 प्रतिशत लिस्टेड है। मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन और पुणे में कुल मिलाकर 118 मिलियन वर्ग फीट का रीट योग्य ऑफिस स्टॉक है, जिसमें से सिर्फ 27 प्रतिशत रीट-लिस्टेड है। डेटा ट्रेंड्स से पता चलता है कि 2023 में शीर्ष 7 शहरों में कुल रीट-योग्य ऑफिस स्टॉक लगभग 383 मिलियन वर्ग फीट था। पुरी ने कहा, तब से यह 36 प्रतिशत बढक़र वर्तमान में लगभग 520 मिलियन वर्ग फीट हो गया है, जिसका श्रेय मुख्य रूप से 2023 से उदार नए ऑफिस सप्लाई इन्फ्यूजन और वर्तमान मांग और मानकों को पूरा करने के लिए पुराने ग्रेड ए ऑफिस स्टॉक के अपग्रेड को जाता है।


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