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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

11-04-2025

2024-25 में ओपन हुए रिकॉर्ड Demat Accounts

  •  फाइनेंशियल ईयर 2024-25 में इंडिया में रिकॉर्ड 4.11 करोड़ डीमैट अकाउंट्स ओपन हुए हैं जिन्हें मिलाकर देश में डीमैट अकाउंट्स की कुल संख्या बढक़र 19.24 करोड़ के लेवल पर पहुंच गई है। 2024-25 में ओपन हुए 4.11 करोड़ डीमैट अकाउंट्स किसी भी एक फाइनेंशियल ईयर में ओपन हुए सर्वाधिक डीमैट अकाउंट्स हैं। इसके अलावा 2024-25 में हर महिने ओपन हुए एवरेज 34.2 लाख डीमैट अकाउंट्स भी एक रिकॉर्ड है। हालांकि बड़े बेस के कारण नए डीमैट अकाउंट्स ओपन होने की ग्रोथ रेट 2023-24 में 32.3 प्रतिशत के मुकाबले 2024-25 में घटकर 27.1 प्रतिशत ही रह गई। शेयर व म्यूचुअल फंड्स को इलेक्ट्रोनिक रूप में होल्ड करने के लिए आवश्यक डीमैट अकाउंट्स की संख्या देखा जाए तो 20 करोड़ के लेवल के करीब पहुंच गई है पर ध्यान रहे कि यह संख्या यूनीक इंवेस्टर्स की संख्या को इंडिकेट नहीं करती क्योंकि इंडिविजुअल इंवेस्टरों के मल्टीपल डीमैट अकाउंट्स भी हो सकते हैं। अनुमानों के मुताबिक देश में यूनीक इंवेस्टरों की संख्या करीब 12 करोड़ के लगभग है। दिलचस्प रूप से एनालिसिस करें तो देश में प्री-कोविड पीरियड में जितने कुल डीमैट अकाउंट्स थे उतने नए डीमैट अकाउंट्स तो पोस्ट-कोविड पीरियड में प्रत्येक फाइनेंशियल ईयर में ओपन हो रहे हैं।

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2024-25 में ओपन हुए रिकॉर्ड Demat Accounts

 फाइनेंशियल ईयर 2024-25 में इंडिया में रिकॉर्ड 4.11 करोड़ डीमैट अकाउंट्स ओपन हुए हैं जिन्हें मिलाकर देश में डीमैट अकाउंट्स की कुल संख्या बढक़र 19.24 करोड़ के लेवल पर पहुंच गई है। 2024-25 में ओपन हुए 4.11 करोड़ डीमैट अकाउंट्स किसी भी एक फाइनेंशियल ईयर में ओपन हुए सर्वाधिक डीमैट अकाउंट्स हैं। इसके अलावा 2024-25 में हर महिने ओपन हुए एवरेज 34.2 लाख डीमैट अकाउंट्स भी एक रिकॉर्ड है। हालांकि बड़े बेस के कारण नए डीमैट अकाउंट्स ओपन होने की ग्रोथ रेट 2023-24 में 32.3 प्रतिशत के मुकाबले 2024-25 में घटकर 27.1 प्रतिशत ही रह गई। शेयर व म्यूचुअल फंड्स को इलेक्ट्रोनिक रूप में होल्ड करने के लिए आवश्यक डीमैट अकाउंट्स की संख्या देखा जाए तो 20 करोड़ के लेवल के करीब पहुंच गई है पर ध्यान रहे कि यह संख्या यूनीक इंवेस्टर्स की संख्या को इंडिकेट नहीं करती क्योंकि इंडिविजुअल इंवेस्टरों के मल्टीपल डीमैट अकाउंट्स भी हो सकते हैं। अनुमानों के मुताबिक देश में यूनीक इंवेस्टरों की संख्या करीब 12 करोड़ के लगभग है। दिलचस्प रूप से एनालिसिस करें तो देश में प्री-कोविड पीरियड में जितने कुल डीमैट अकाउंट्स थे उतने नए डीमैट अकाउंट्स तो पोस्ट-कोविड पीरियड में प्रत्येक फाइनेंशियल ईयर में ओपन हो रहे हैं।


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