बच्चों की बात आती है कि इन्डियन पेरेंट्स बड़ी राशि खर्च करने को तैयार हैं। शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाने वाले प्रोडक्ट्स पर समझौता बिलकुल नहीं करना चाहते। वल्र्डपैनल बाय न्यूमरेटर के ताजा आंकड़ों के अनुसार अरबन एरियाज में बेबीकेयर प्रोडक्ट्स पर 6,800 रुपये एन्यूअली स्पेंड किये जा रहे हैं। गत करीब एक वर्ष में खर्च 12 फीसदी बढ़ गया है। डेटा के अनुसार 62 प्रतिशत कन्ज्यूमर्स टॉप क्वालिटी प्रोडक्ट्स को परचेज करना पसंद कर रहे हैं। सबसे ज्यादा डबल डिजिट ग्रोथ बेबी सोप, स्किनकेयर प्रोडक्ट्स और इन्फेंट फॉर्मूला के प्रीमियम सेगमेंट में प्रदर्शित हो रही है। वल्र्डपैनल बाय न्यूमरेटर के साउथ एशिया मैनेजिंग डायरेक्टर के अनुसार बेबीकेयर मार्केट ने गत वर्षों में अनेक थीम्स में काफी अच्छी ग्रोथ दर्शाई है। मसलन 2017 और 2018 में पर्सनल केयर कैटेगरीज में ग्रोथ नजर आई। चालू वर्ष की बात करें तो सामान्य से ज्यादा की थीम है। न्यू ऐज मदर्स नो नेस्टीज को फॉलो कर रही है। यानि कि बच्चे के दो वर्ष का हो जाने तक कैमीकल फ्री प्रोडक्ट्स यूज करने है। 67 प्रतिशत ऐसा सोचती हैं। 62 प्रतिशत दो वर्ष तक प्रीमियम प्रोडक्ट्स ही शिशु के लिये लेने वाली हैं। इनके अनुसार आर्टिफिशियल कलर्स फ्री, ग्लूटन फ्री, प्रीजरवेटिव्ज फ्री, कैमीकल फ्री प्रोडक्ट्स पेरेंट्स की शॉपिंग लिस्ट में हैं। प्रीमियमाइजेशन की इस लहर से क्विक कॉमर्स और ई-कॉमर्स सेगमेंट को लाभ हो रहा है। जून, 2021 तक जो अरबन हाउसहोल्ड्स ऑनलाइन शॉपिंग का आंकड़ा 9 प्रतिशत पर था, वह जून, 2025 तक 25 प्रतिशत पर आ गया है। करीब 25 प्रतिशत बेबी एफएमसीजी शॉपर्स ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं और यह टोटल बेटी एफएमसीजी वॉल्यूम का करीब 18 प्रतिशत है। इसमें सबसे ज्यादा 19-20 प्रतिशत बाइंग डायपर और बेबी वाइप्स की की जा रही है। 8-10 प्रतिशत स्किनकेयर, हेयर वॉश, सोप, बॉडी वॉश, पाउडर की बाइंग ऑनलाइन कर रहे हैं। ऑनलाइन चैनल पर बेबीकेयर बूम पर है। उल्लेखनीय है कि होनासा कन्ज्यूमर बेबी केयर सेगमेंट पर फोकस बढ़ा रही है और वह नेशनल लेवल पर टॉप तीन प्लेयर्स में आने का टारगेट कर रही है। वह मामाअर्थ ब्राण्ड के तहत प्रोडक्ट्स को उपलब्ध करती है। जिस तरह की ग्रोथ बेबीकेयर सेगमेंट दिखा रहा है, उससे यह लगता है कि यह बेबी स्टेप्स नहीं बड़े स्टेप्स दिखा रहा है।