देश की जेनरेशनजेड पापूलेशन ऑफ-बीट एक्सपीरियंस चाहती है और इसने हॉस्पीटेलिटी फम्र्स के लिये नये दरवाजे खोलने का काम किया है। देश में अनेक हॉस्पीटेलिटी चेंस विस्तार कर रही हैं और वे यूनिक एक्सपीरियंस देने के लिये प्रयासरत हैं। यंग कन्ज्यूमर गु्रप्स की पसंद को तवज्जो दी जा रही है। लीला होटल्स के अरैया होटल्स का काम अमृदा नायर देख रही हैं और वे जेन जेड ट्रेवलर्स की रुचि का ध्यान रखते हुए आगे बढऩा चाहती हैं। चेन वर्तमान में चार प्रॉपर्टीज गिर, पालमपुर, उत्तराखंड में दो प्रॉपर्टीज का संचालन कर रही है। करंट फाइनेंशियल ईयर के अंत तक इस संख्या को दस तक पहुंचाने का टारगेट है। एक्सपेंशन प्लान के तहत वे यूनिक होटल्स ओपन करना चाहते हैं। उदाहरण के लिये गिर रिसॉर्ट जो कि वाइल्डलाइफ ट्यूरिज्म का स्पॉट है, यहां पर स्प्रिच्युअल ट्यूरिज्म को भी प्रमोट किया जाता है क्योंकि सोमनाथ जैसा लोकप्रिय स्थल यहां से नजदीक ही है। पालमपुर प्रॉपर्टी पर एडवेंचर ट्यूरिज्म जैसे हाइकिंग, ट्रेकिंग का अनुभव दिया जाता है। इसके अलावा यहां पर स्प्रिच्युअल ट्यूरिज्म को भी अलाउ किया जाता है क्योंकि ताशी जोंग मोनास्ट्री यहां से पास ही स्थित है। मजेदार बात यह है कि यंग गेस्ट इसे पसंद कर रहे हैं। हमने देखा है कि अब रिलीजियस या पिलग्रिमेज ट्यूरिज्म का आनंद यंग गु्रप्स भी ले रहे हैं। पहले धार्मिक यात्रा की बात आती तो बुजुर्गों की संख्या ज्यादा होती थी लेकिन अब ऐसा नहीं है। बल्कि 30 प्रतिशत रिलीजियस ट्रेवलर्स 25 से 35 वर्ष की आयु के आ रहे हैं। उनके अनुसार फस्र्ट टाइम होटल ओनर्स के साथ सहयोग कर, उन्हें लांग टाइम पार्टनर्स बनाने की पहल की जा रही है। अरैया ही नहीं अन्य हॉस्पीटेलिटी चेंस भी यंग कन्ज्यूमर्स के साथ रेवेन्यू जेनरेशन को बढ़ाना चाहती है। एयरनब के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर के अनुसार यंग कन्ज्यूमर बेस को बढ़ावा देने के लिये नये एक्सपीरियंस देने का प्रयास करना सही होगा। इससे ट्रेडीशनल लैंडमार्क से आगे बढऩे के आइडिया भी मिलते हैं। लोकल और ऑथेंटिक ऑफर करने का आइडिया मिलता है, जो देश के पर्यटन सेगमेंट के लिये लाभप्रद रह सकता है। हयात होटल्स ने पांच कॉर्नरस्टोंस को आइडेंटीफाय किया है। जिनमें- लग्जरी, लॉयल्टी, लीजर, लाइफस्टाइल और वैलनेस शामिल है। यह बिंदू जेन लेड कन्ज्यूमर्स को अट्रेक्ट करते हैं।