म्यूचुअल फंड सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के तहत जून महीने में निवेश 27,269 करोड़ रुपए के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जो मई के 26,688 करोड़ रुपए से 2 प्रतिशत अधिक है। यह जानकारी बुधवार को जारी एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) के आंकड़ों से मिली। यह पहली बार है जब एसआईपी निवेश 27,000 करोड़ रुपए के आंकड़े को पार कर गया है। एएमएफआई के आंकड़ों के अनुसार, म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की कुल एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) बढक़र 74.41 लाख करोड़ रुपए के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई, जबकि मई में यह 72.20 लाख करोड़ रुपए और अप्रैल में 69.99 लाख करोड़ रुपए थी। मई में 29,572 करोड़ रुपए के निवेश की तुलना में जून में कुल म्यूचुअल फंड निवेश मासिक आधार पर 67 प्रतिशत बढक़र 49,301 करोड़ रुपए हो गया। जून में इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश 24 प्रतिशत बढक़र 23,587 करोड़ रुपए हो गया। ईएलएसएस फंड को छोडक़र सभी इक्विटी कैटेगरी में निवेश हुआ। इक्विटी कैटेगरी में, लार्ज कैप फंड ने जून में 1,694 करोड़ रुपए के निवेश के साथ बढ़त हासिल की, जो पिछले महीने के 1,250.5 करोड़ रुपए से 35 प्रतिशत अधिक है। स्मॉल कैप फंड में 4,024.5 करोड़ रुपए का निवेश हुआ, जो मई के 3,214 करोड़ रुपए से 25 प्रतिशत अधिक है। मिड कैप फंडों में भी 3,754 करोड़ रुपए का निवेश हुआ, जो मासिक आधार पर 2,808.7 करोड़ रुपए से 34 प्रतिशत अधिक है। गोल्ड ईटीएफ में निवेश मई के 292 करोड़ रुपए से छह गुना बढक़र 2,080.9 करोड़ रुपए हो गया, जो 613 प्रतिशत की वृद्धि है। हाइब्रिड फंड में निवेश मई के 20,765 करोड़ रुपए से बढक़र जून में 23,223 करोड़ रुपए हो गया। एएमएफआई के आंकड़ों के अनुसार, मल्टी एसेट एलोकेशन में 3,209 करोड़ रुपए का निवेश हुआ, इसके बाद डायनेमिक एसेट एलोकेशन/बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में 1,885 करोड़ रुपए का निवेश हुआ। यह वृद्धि काफी हद तक बाजार के प्रदर्शन के कारण है, क्योंकि निफ्टी और सेंसेक्स ने जून में मजबूत रिटर्न दिया है।
