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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

07-04-2025

किस बीमारी में कौन-सा ज्यूस होता है लाभदायक

  •  ज्यूस पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है और गर्मियों के सीजन में इसका सेवन और भी अधिक किया जाता है। लेकिन यह जानना जरूरी है कि किस बीमारी में कौन-सा ज्यूस लाभदायक रहेगा। आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा के अनुसार, विभिन्न बीमारियों में अलग-अलग फलों और सब्जियों के रस का सेवन करना चाहिए। अगर भूख कम लगती है, तो सुबह खाली पेट नींबू पानी पीना फायदेमंद होता है। इसके अलावा, खाने से पहले अदरक को सैंधा नमक के साथ लेने से भी भूख बढ़ती है। नींबू, गाजर, चुकंदर, पालक, तुलसी, नीम, बेल के पत्तों और गोभी का रस पीने से रक्त साफ होता है और त्वचा में निखार आता है। दमा के मरीजों के लिए लहसुन, अदरक, तुलसी, चुकंदर, गाजर और मीठे अंगूर का रस लाभकारी है। ऐसे मरीजों को घी, तेल और मक्खन से परहेज करना चाहिए। हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों को गाजर, अंगूर, मौसमी और ज्वारों का रस पीना चाहिए। पीलिया के रोगियों के लिए अंगूर, सेब, रसभरी और मौसम्मी का रस सबसे अच्छा माना जाता है। एसिडिटी की शिकायत होने पर गाजर, पालक, तुलसी, अंगूर और मौसम्मी का रस फायदेमंद होता है। अल्सर के मरीजों को गाजर, गोभी और अंगूर के रस का सेवन करना चाहिए। दूध भी फायदेमंद होता है, लेकिन सिर्फ देशी गाय का शुद्ध दूध ही पीना चाहिए। सुंदरता निखारने के लिए नारियल पानी या बबूल का रस पिया जा सकता है। नारियल पानी से चेहरा धोने से भी लाभ होता है। मुंहासों के दाग मिटाने के लिए गाजर, तरबूज, प्याज, तुलसी और घृतकुमारी का रस लेना चाहिए। फोड़े-फुंसियों के लिए गाजर, पालक, ककड़ी, गोभी और नारियल का रस फायदेमंद होता है। कैंसर के मरीजों को गेहूं के ज्वारों, गाजर और अंगूर का रस पीना चाहिए। डायबिटीज के मरीजों के लिए करेला, गोभी, पालक, नारियल और गाजर का रस सबसे अच्छा है। पथरी के रोगियों के लिए ककड़ी का रस सबसे अधिक लाभकारी है। साथ ही, पालक और टमाटर से परहेज करना चाहिए। सर्दी-कफ के रोगियों के लिए मूली, अदरक, लहसुन, तुलसी और गाजर का रस पीना चाहिए। ब्रोंकाइटिस में पपीता, गाजर, अदरक, तुलसी और अनन्नास का रस लाभदायक होता है। वजन बढ़ाने के लिए पालक, गाजर, चुकंदर, नारियल और गोभी का रस पीना चाहिए और वजन घटाने के लिए अनन्नास, तरबूज, लौकी और नींबू का रस सबसे ज्यादा प्रभावी होते हैं। रक्त की कमी होने पर मौसम्मी, अंगूर, पालक, टमाटर, चुकंदर और सेब का रस रात में लेना चाहिए। मासिक धर्म में दर्द होने पर अंगूर, अनन्नास और रसभरी का रस पीना चाहिए। सिरदर्द के लिए ककड़ी, चुकंदर, गाजर और नारियल का रस फायदेमंद होता है। अनिद्रा की समस्या में अंगूर और सेब का रस मिलाकर पीने से लाभ होता है। पायरिया के लिए गेहूं के ज्वारों, गाजर, नारियल, ककड़ी और पालक का रस फायदेमंद होता है। बवासीर में मूली और अदरक के रस में देशी गाय का घी मिलाकर पीना चाहिए।

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किस बीमारी में कौन-सा ज्यूस होता है लाभदायक

 ज्यूस पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है और गर्मियों के सीजन में इसका सेवन और भी अधिक किया जाता है। लेकिन यह जानना जरूरी है कि किस बीमारी में कौन-सा ज्यूस लाभदायक रहेगा। आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा के अनुसार, विभिन्न बीमारियों में अलग-अलग फलों और सब्जियों के रस का सेवन करना चाहिए। अगर भूख कम लगती है, तो सुबह खाली पेट नींबू पानी पीना फायदेमंद होता है। इसके अलावा, खाने से पहले अदरक को सैंधा नमक के साथ लेने से भी भूख बढ़ती है। नींबू, गाजर, चुकंदर, पालक, तुलसी, नीम, बेल के पत्तों और गोभी का रस पीने से रक्त साफ होता है और त्वचा में निखार आता है। दमा के मरीजों के लिए लहसुन, अदरक, तुलसी, चुकंदर, गाजर और मीठे अंगूर का रस लाभकारी है। ऐसे मरीजों को घी, तेल और मक्खन से परहेज करना चाहिए। हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों को गाजर, अंगूर, मौसमी और ज्वारों का रस पीना चाहिए। पीलिया के रोगियों के लिए अंगूर, सेब, रसभरी और मौसम्मी का रस सबसे अच्छा माना जाता है। एसिडिटी की शिकायत होने पर गाजर, पालक, तुलसी, अंगूर और मौसम्मी का रस फायदेमंद होता है। अल्सर के मरीजों को गाजर, गोभी और अंगूर के रस का सेवन करना चाहिए। दूध भी फायदेमंद होता है, लेकिन सिर्फ देशी गाय का शुद्ध दूध ही पीना चाहिए। सुंदरता निखारने के लिए नारियल पानी या बबूल का रस पिया जा सकता है। नारियल पानी से चेहरा धोने से भी लाभ होता है। मुंहासों के दाग मिटाने के लिए गाजर, तरबूज, प्याज, तुलसी और घृतकुमारी का रस लेना चाहिए। फोड़े-फुंसियों के लिए गाजर, पालक, ककड़ी, गोभी और नारियल का रस फायदेमंद होता है। कैंसर के मरीजों को गेहूं के ज्वारों, गाजर और अंगूर का रस पीना चाहिए। डायबिटीज के मरीजों के लिए करेला, गोभी, पालक, नारियल और गाजर का रस सबसे अच्छा है। पथरी के रोगियों के लिए ककड़ी का रस सबसे अधिक लाभकारी है। साथ ही, पालक और टमाटर से परहेज करना चाहिए। सर्दी-कफ के रोगियों के लिए मूली, अदरक, लहसुन, तुलसी और गाजर का रस पीना चाहिए। ब्रोंकाइटिस में पपीता, गाजर, अदरक, तुलसी और अनन्नास का रस लाभदायक होता है। वजन बढ़ाने के लिए पालक, गाजर, चुकंदर, नारियल और गोभी का रस पीना चाहिए और वजन घटाने के लिए अनन्नास, तरबूज, लौकी और नींबू का रस सबसे ज्यादा प्रभावी होते हैं। रक्त की कमी होने पर मौसम्मी, अंगूर, पालक, टमाटर, चुकंदर और सेब का रस रात में लेना चाहिए। मासिक धर्म में दर्द होने पर अंगूर, अनन्नास और रसभरी का रस पीना चाहिए। सिरदर्द के लिए ककड़ी, चुकंदर, गाजर और नारियल का रस फायदेमंद होता है। अनिद्रा की समस्या में अंगूर और सेब का रस मिलाकर पीने से लाभ होता है। पायरिया के लिए गेहूं के ज्वारों, गाजर, नारियल, ककड़ी और पालक का रस फायदेमंद होता है। बवासीर में मूली और अदरक के रस में देशी गाय का घी मिलाकर पीना चाहिए।


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