गत सप्ताह हाजिर माल की कमी होने से पारा, बोरेक्स बोरिक एसिड टेक्निकल एवं मेंथा ऑयल में तेजी का रुख बना रहा। वहीं ग्राहकी के अभाव में टारटरिक एसिड कास्टिक सोडा पपड़ी एवं एसिड सलेरी में मंदा आ गया। अन्य रसायनों में स्थिरता रही। आलोच्य सप्ताह रसायन बाजार में पारे की भारी कमी बन गई। गौरतलब है कि उत्पादक कंपनियों से माल काफी कम आ रहा है। दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय बाजारों में इसके ऊंचे भाव होने से घरेलू मंडियों में उपलब्धि काफी घट गई है। कोई भी आयातक हाजिर माल बेचने को राजी नहीं है। व्यापारियों का मानना है कि भारत पाकिस्तान तनाव के बाद ईरान इजरायल युद्ध चल रहा है, जिससे समुद्री मार्ग से आने वाले माल उत्पादक देशों में ही डंप पड़ गए हैं, जिससे पारे की शॉर्टेज बनने से 5000 रुपए बढक़र 37500 रुपए प्रति किलो भाव हो गए। इधर माल की कमी से फिटकरी भी 25 रुपए बढक़र 1200 रुपए प्रति 50 किलो हो गई। बरसात होने से दिसावरी मांग बढ़ गई है, इसे देखकर इसमें और तेजी की संभावना बन गई है। इधर बोरेक्स ग्रेन्यूलर भी 150 रुपए बढक़र 4100 एवं क्रिस्टल 100 रुपए की बढ़त पर 4100 रुपए प्रति 50 किलो हो गया। बोरिक एसिड टेक्निकल भी माल की शॉर्टेज में लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले सप्ताह 7150 रुपए का व्यापार हुआ था, जो बिकवाली के अभाव में छलांग लगाकर 8100 रुपए प्रति 50 किलो बोलने लगे हैं। इधर आने वाली फसल कम होने से 10 रुपए बढक़र मेंथा ऑयल 1000 रुपए प्रति किलो हो गया। बोल्ड क्रिस्टल भी 25 रुपए बढक़र 1175 रुपए की ऊंचाई पर जा पहुंचा। फ्लैक में भी 10 रुपए की बढ़त पर 1110 रुपए का व्यापार सुना गया। डीएमओ में भी तेजी लिए बाजार बंद हुए। दूसरी ओर ग्राहकी कमजोर होने से कास्टिक सोडा पापड़ी 50 रुपए घटकर 2550 रुपए प्रति 50 किलो रह गया। टार्टरिक एसिड में भी आयतकों की बिकवाली से 25 रुपए की गिरावट पर 575 रुपए प्रति किलो का व्यापार सुना गया। इधर एसिड सलेरी बढ़े हुए भाव में ग्राहकी कमजोर होने से 5 रुपए घटकर 145 रुपए प्रति किलो पर आ गया। अन्य रसायनों में स्थिरता रही।