इंडियन स्टॉक मार्केट में हाल ही में बेंचमार्क इंडेक्स नया रिकॉर्ड लेवल छूने में कामयाब रहे पर नए रिकॉर्ड लेवल की Feeling ब्रॉडर मार्केट्स में देखने को नहीं मिल रही है। निफ्टी-50 व बीएसई सेंसेक्स के नए रिकॉर्ड छूने के बावजूद पिछले 1 वर्ष में बड़ी संख्या में कंपनियों के शेयर नेगेटिव रिटर्न दे रहे हैं जिससे इंवेस्टरों के पोर्टफोलियो का रिटर्न भी इंपैक्ट हुआ है। उल्लेखनीय है कि पिछले 1 वर्ष में निफ्टी-50 इंडेक्स में 8.5 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है। बेंचमार्क इंडेक्सों में तेजी के बीच पिछले 1 वर्ष में एक्टिव रूप से ट्रेडेड कुल 3675 शेयरों में से 2481 या 68 प्रतिशत शेयर नेगेटिव रिटर्न दे रहे हैं जबकि केवल 32 प्रतिशत शेयर ही पॉजिटिव रिटर्न दे पाने में सफल रहे हैं। पिछले 1 महिने की स्थिति देखें तो एक्टिव रूप से टे्रडेड कुल 4071 शेयरों में से करीब 2852 या 70 प्रतिशत शेयरों ने पिछले 1 महिने में नेगेटिव रिटर्न दिया है जबकि मात्र 1219 या 30 प्रतिशत शेयर ही पॉजिटिव रिटर्न दे रहे हैं। यानि देखा जाए तो बाजारों में New High की Feeling केवल कुछ शेयरों तक ही सीमित है। एक एनालिसिस के अनुसार निफ्टी-50 इंडेक्स को बढ़ाने में प्रमुख कंट्रीब्यूशन 3 शेयरों- रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस व भारती एयरटेल- का रहा। 26 सितंबर 2024 को नया रिकॉर्ड हाई लेवल छूने के बाद निफ्टी-50 इंडेक्स को फिर से नया हाई बनाने में 14 महिने का समय लग गया। इन 14 महिनों में भारती एयरटेल व रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. के शेयरों में जहां क्रमश: 19.45 प्रतिशत व 4.3 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई वहीं टीसीएस के शेयरों में इस दौरान 26 प्रतिशत की गिरावट आई है। पिछले 14 महिनों में निफ्टी-50 इंडेक्स में शामिल शेयरों में से भारत इलेक्ट्रोनिक्स (42%), आयशर मोटर्स (40%) व बजाज फाइनेंस लि. (33 प्रतिशत) ने सर्वाधिक रिटर्न दिया है वहीं ट्रेंट लि. (-45%), टाटा मोटर्स (-40%) व बजाज ऑटो (-28%) ने सबसे खराब परफोर्म किया है।
