विश्व रक्तदाता दिवस पर राजस्थान हॉस्पिटल में रक्तदान जागरुकता पोस्टर का विमोचन किया गया। इसके साथ ही करीब 10 हजार से ज्यादा युवाओं से वर्ष में एक बार रक्तदान करने के संकल्प पत्र भरवाए गए। इन शपथ कर्ताओं को किसी भी आपात स्थित में जरूरत पडऩे पर एक कॉल कर बुलाया जा सकेगा। इस अवसर पर स्वास्थ्य कल्याण ब्लड बैंक में करीब 150 से अधिक यूनिट रक्त दान किया गया। आयोजन में राजस्थान हॉस्पिटल और स्वास्थ्य कल्याण गु्रप के चेयरमैन डॉ. एसएस अग्रवाल, राजस्थान हॉस्पीटल के वाइस चेयरमैन डॉ. सर्वेश अग्रवाल, चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. दिनेश माथुर, मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉ. अरविन्द गुप्ता, कंसल्टेंट सर्जन डॉ. शरद डागा, ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. पंकज सिंह, फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. अरुण शर्मा, रक्तदान परिसंघ के पूर्व अध्यक्ष रामावतार तोषनीवाल, स्वास्थ्य कल्याण ब्लड बैंक के निदेशक आनन्द अग्रवाल सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहेे। स्वास्थ्य कल्याण ब्लड बैंक के प्रबंध न्यासी डॉ. एस एस अग्रवाल ने स्वैच्छिक रक्तदान से जन जाग्रति लाने का आव्हान करते हुए हर व्यक्ति को साल में एक बार अवश्य रक्तदान करना चाहिए। डॉ. एस एस अग्रवाल का कहा कि हर वह व्यक्ति रक्तदान कर सकता है जिसकी उम्र 18 से 65 वर्ष हो, जिसका न्यूनतम वजन 45 किलोग्राम हो, कोई गंभीर बीमारी नहीं हो, दो रक्त दान के बीच कम से कम 3 महीने का अंतर हो। उन्होंने कहा कि रक्तदान से किसी प्रकार की कमजोरी नहीं आती और मानव शरीर इस दान किये रक्त की आपूर्ति कुछ ही दिन में कर लेता है। यही नहीं रक्तदान करने के अनेक फायदे भी होते हैं जैसे, रक्त दान करने से दाता का स्वास्थ्य बेहतर होता है, रक्तचाप नियंत्रित रहता है, हार्टअटैक का खतरा कम रहता है, आयरन स्तर संतुलन बना रहता है आदि। एक व्यक्ति द्वारा दान की गई रक्त की एक यूनिट, तीन लोगों की जान बचा सकती है।