राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना राइजिंग राजस्थान समिट 2024 के तहत हुए निवेश समझौते अब जमीनी अड़चनों में उलझते नजर आ रहे हैं। बीकानेर स्थित औद्योगिक इकाई जैन प्लास्टर एंड मिनरल इंडस्ट्रीज ने समिट के दौरान दो समझौते किए थे, जिनमें एक कोल्ड स्टोरेज और दूसरा वेयरहाउस से संबंधित है। इन दोनों परियोजनाओं के लिए रीको क्षेत्र में प्लॉट भी आवंटित है। इसके बावजूद, रीको द्वारा अब तक एनओसी जारी नहीं किए जाने से निवेशकों की राह में बाधा उत्पन्न हो गई है। उद्योग संचालक विजय कुमार बांठिया ने बताया कि जब तक रीको द्वारा स्पष्ट एनओसी नहीं दी जाती, तब तक निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं किया जा सकता। उन्होंने रीको के रीजनल मैनेजर को पत्र लिखकर शीघ्र एनओसी जारी करने का अनुरोध किया है। साथ ही, बांठिया ने जिला उद्योग केंद्र और कृषि उपज मंडी समिति, बीकानेर को भी इस विषय में पत्र प्रेषित किया है। पचास प्रतिशत मामले मौके पर ही निपटा देंगे : बीकानेर जिला भाजपा कार्यालय में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ पत्रकारों और उद्योगपतियों से रूबरू हुए। इस दौरान नफा नुकसान संवाददाता द्वारा बीकानेर के कुछ उद्योगपतियों से जुड़ा मामला सामने लाया गया, जिन्होंने राइजिंग राजस्थान 2024 के तहत एमओयू किए हैं, लेकिन आज तक उन्हें मंजूरी के लिए विभागों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं, जबकि उनके पास स्वयं के भूखंड भी हैं। इस पर राठौड़ ने स्पष्ट कहा कि संबंधित व्यापारियों को इक_ा कर मुझसे मिलवाएं, मैं खुद बात करूँगा और 50 प्रतिशत मामलों का समाधान मौके पर ही करवा दूंगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार निवेशकों और उद्यमियों की समस्याओं को प्राथमिकता से निपटाने के लिए प्रतिबद्ध है।