नगर विकास न्यास ने लम्बे समय बाद शहर की सात आवासीय कॉलोनियों में विभिन्न साइज के करीब तीन हजार आवासीय भूखण्ड रियायती दरों पर लॉटरी के माध्यम से आवंटन करने के लिए आवेदन मांगे हंै। इस मामले में भाजपा के जिला अध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा ने गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा है कि भूमाफियों को लाभ पहुंचाने के लिए योजना जारी करने से 20 दिन पहले एक रणनीति के तहत आरक्षित दरों में 50 प्रतिशत से 375 प्रतिशत की वृद्धि करके आम लोगों को योजना से दूर कर दिया है। मेवाड़ा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर कहा है कि नगर विकास न्यास ने आम लोगों को योजना से बाहर रखने के लिए जमीनों की आरक्षित दरों में पुनर्निर्धारण के नाम पर की गई अप्रत्याशित वृद्धि का लाभ भूमाफियों उठाने का खेल शुरू हो गया है। मेवाड़ा ने इस वृद्धि को नियमों के विपरीत बताया है। प्रदेश की बजट घोषणा में भी आमजन को राहत देते हुए लॉटरी के माध्यम से गरीब वंचित को भूखण्ड देने की घोषणा की गई थी। दरों में की गई वृद्धि के बाद लाटरी द्वारा भूखंड आवंटित किये जाएंगे। उनके आवंटन मूल्य में दुगुनी से पांच गुना वृद्धि होगी। इसके साथ लीज राशि में भी अत्यधिक वृद्धि हो जाएगी। इसी प्रकार संस्थागत एवं विभिन्न समाजों को आवंटित होने वाले भूखंडों में भी अत्यधिक वृद्धि हो जाएगी। योजना को लेकर कई संगठनों ने छोटे बड़ी साईज के भूखण्डों के आवेदन शुल्क दो हजार रुपये किए जाने को अनुचित बताया उन्होने आवेदन शुल्क में छोटे भूखण्ड के लिए आवेदन शुल्क कम रखे जाने की मांग की है। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कमजोर वर्ग के लोगों के लिए छोटे आकार के प्लाटों की आवेदन शुल्क में अंतर रखे जाने की मांग की गई है।