मर्सिडीज-बेंज ने रिट्रो इलेक्ट्रिक कूपे कॉन्सेप्ट विजन आइकोनिक को पेश किया है। इसे दो दरवाजे वाली जीटी कार 1930 के दशक के आर्ट डेको डिजाइन को मॉडर्न इलेक्ट्रिक और डिजिटल का ब्लैंड कहा जा रहा है। इस कॉन्सेप्ट को मर्सिडीज ने न्यू आइकोनिक एरा का हिस्सा बताया है। कार का डिजाइन तो अपनी जगह है लेकिन सबसे खास बात इसका नैनो पार्टिकल पर आधारित सोलर पेंट है। दावा है कि इस पेंट के दम पर कार सालाना लगभग 12 हजार किमी चलने लायक एनर्जी जेनरेट कर सकती है। यह रिसायक्लेबल कोटिंग तब भी एक्टिव रहती है जब गाड़ी पार्किंग में होती है। इंटीरियर में कार केबिन के बजाय लाउंज है। जेपेलिन फ्लोटिंग ग्लास से डैशबोर्ड बना है जिस पर एनालॉग और डिजिटल डिस्प्ले है। तकनीकी दृष्टि से, विजन आइकोनिक न्यूरोमॉर्फिक कंप्यूटिंग का उपयोग करती है, जो ह्यूमन ब्रेन की तरह डेटा को तेजी से और कम एनर्जी में प्रोसेस करती है। यह सिस्टम ट्रैफिक साइन, लेन और अन्य वेहीकल्स को कम विजिबिलिटी में भी पहचान सकता है। लेवल 4 ऑटोनॉमस ड्राइविंग से लैस यह कार हाईवे पर स्टीयरिंग से हाथ हटाकर और सडक़ से नजर हटाकर भी चलाई जा सकती है।