आईआरबी इन्फ्रास्ट्रक्चर का टोल राजस्व पिछले वित्त वर्ष (2024-25) में 23 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 6,360 करोड़ रुपये रहा है। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का टोल संग्रह 5,169 करोड़ रुपये रहा था। आईआरबी इन्फ्रा ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि मार्च में कंपनी का टोल संग्रह 16 प्रतिशत बढक़र 557 करोड़ रुपये रहा है। पिछले साल मार्च में कंपनी का टोल संग्रह 481 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी ने कहा कि इसके 17 टोल में से, महाराष्ट्र में आईआरबी एमपी एक्सप्रेसवे ने पिछले वित्त वर्ष में कुल राजस्व संग्रह में सबसे ज्यादा 1,754.4 करोड़ रुपये का योगदान दिया। इसके बाद आईआरबी अहमदाबाद वडोदरा सुपर एक्सप्रेस टोलवे ने 762.1 करोड़ रुपये का योगदान दिया। कंपनी ने कहा कि इस दौरान सीजी टोलवे (चित्तौडग़ढ़ से गुलाबपुरा एनएच 79) 376.1 करोड़ रुपये के साथ तीसरा सबसे बड़ा योगदानकर्ता रहा। मार्च में, आईआरबी एमपी एक्सप्रेसवे का योगदान 153.6 करोड़ रुपये, आईआरबी अहमदाबाद वडोदरा सुपर एक्सप्रेस टोलवे का 65.5 करोड़ रुपये और सीजी टोलवे (चित्तौडग़ढ़ से गुलाबपुरा एनएच 79) का 33.4 करोड़ रुपये था। कंपनी के उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ मुरारका ने कहा, पिछले वित्त वर्ष (2024-25) का समापन मजबूती के साथ हुआ है। उम्मीद है कि परिवहन अवसंरचना को बढ़ाने के साथ-साथ उपभोग और पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हाल के बजट आवंटन से यह प्रगति जारी रहेगी, जिससे 12 राज्यों में हमारी परिसंपत्तियों पर यातायात बढ़ेगा।