श्रीलंका से उम्मीद पूरी नहीं होने के कारण फिलहाल ब्राजील से कालीमिर्च का आयात हो रहा है। इसके बाद भी हाल ही में यहां पर इस प्रमुख किराना जिंस में थोड़ी मंदी आई है। अत: आगामी दिनों में हाजिर में कालीमिर्च में मजबूती जारी रहने के आसार हैं। श्रीलंका से आपूर्ति की उम्मीद टूटने के बाद फिलहाल ब्राजील से हाल ही में कालीमिर्च का आयात शुरू हुआ है। हालांकि ब्राजील की कालीमिर्च की क्वालिटी कुछ हल्की बताई जा रही है। साथ ही यह भी पता चला है कि इसकी कुछ मात्रा देश में पहुंच चुकी है और इसका पड़ता भी तुलनात्मक रूप से नीचा बताया जा रहा है। इसके बाद भी यहां कालीमिर्च में हाल ही में थोड़ी मंदी आई है। हालांकि इससे पूर्व में चालू सीजन के दौरान केरल के बाद कर्नाटक में भी कालीमिर्च की नई फसल करीब 50 प्रतिशत ही आने का अनुमान व्यक्त किया गया था। केरल में भी कालीमिर्च का उत्पादन करीब 20-25 प्रतिशत कमजोर आने के अनुमान व्यक्त किए जा रहे थे। केरल में करीब नौ-दस महीने पूर्व ही कालीमिर्च की नई फसल की आवक का श्रीगणेश हो गया था। इसके बाद करीब आठ-साढ़े आठ महीनों से कर्नाटक में भी मरकरा कालीमिर्च की फसल मंडिय़ों में आ रही है। बहरहाल, आपूर्ति कमजोर बनी होने की वजह से घरेलू बाजारों में हाल ही में इस प्रमुख किराना जिंस में तेजी भी आई है। दूसरी ओर, हाल ही के वर्षों में केरल में कालीमिर्च के व्यापार में उल्लेखनीय बदलाव हुआ है। राज्य के कालीमिर्च किसान सीधे ही खपतकर्ता राज्यों को इस प्रमुख किराना जिंस की आपूर्ति कर रहे हैं। राज्य की कोच्चि समेत अन्य बड़ी मंडिय़ों में इसकी आवक नगण्य ही बनी हुई है। हालांकि केरल के ग्रामीण तथा देहाती क्षेत्रों से खपतकार राज्यों के लिए किसानों द्वारा वहीं से इसकी आपूर्ति के सौदे भी किए जा रहे हैं। पूर्व में रहे विपरीत मौसम और इसकी वजह से कर्नाटक और केरल जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों से कालीमिर्च की आपूर्ति सामान्य से तंग बनी हुई थी। आपूर्ति और उपलब्धता सामान्य से तंग होने और लिवाली बढऩे यहां स्थित थोक किराना बाजार में कालीमिर्च मरकरा 5-10 रुपए मंदी होकर फिलहाल 720-725 रुपए प्रति किलोग्राम पर बनी हुई है। इससे पूर्व इसमें इतनी ही तेजी आई थी। कोच्चि में इसकी कीमत हाल ही में 10 रुपए तेज होकर 700/710 रुपए प्रति किलोग्राम पर बनी होने की जानकारी मिली। इसका प्रमुख कारण यह है कि वहां इसकी उपलब्धता घट गई है। इससे पूर्व इसमें 10 रुपए की मंदी आई थी। मसाला बोर्ड के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार हाल ही में समाप्त हुए वित्त वर्ष 2025-26 के आरंभिक पांच महीनों में देश से कुल 539.23 करोड़ रुपए कीमत की 9045 टन कालीमिर्च का निर्यात हुआ है। एक वर्ष पूर्व की आलोच्य अवधि में इसकी 7859 टन मात्रा का निर्यात हुआ था और इससे 396.73 करोड़ रुपए की आय हुई थी। आगामी दिनों में कालीमिर्च में मजबूती बनी रह सकती है।