केरल में फिलहाल मौसम साफ बना हुआ है। इसके बाद भी नीलामियों में छोटी इलायची की आवक में रुक-रुककर कमी आने लगी है। हालांकि लिवाली घटने से इसकी औसत नीलामी कीमत में भी थोड़ी मंदी आ रही है। अत: आने वाले दिनों में हाजिर में छोटी इलायची सीमित दायरे में घूमती रह सकती है। केरल में फिलहाल मौसम साफ बना हुआ है। हालांकि पूर्व में हुई भारी वर्षा के कारण केरल में छोटी इलायची की फसल को कुछ हानि होने की आशंका भी व्यक्त की जा रही थी लेकिन नीलामियों में हो रही ऊंची आवक से यह आशंका साबित होती नजर नहीं आ रही है। आज हुई मास इंटरप्राइजेज, वंदनमेट्टïू नीलामी में छोटी इलायची की आवक थोड़ी घटकर 1,17,931 किलोग्राम की होने की सूचना मिली। आवक तुलनात्मक रूप से नीची होने के बाद भी लिवाली का समर्थन कमजोर पडऩे से इसकी औसत नीलामी कीमत थोड़ी घटकर 2401.38 रुपए प्रति किलोग्राम रह जाने की सूचना मिली। इससे पूर्व 13 नवम्बर को हुई इस नीलामी में इसकी 1,38,827 किलोग्राम की आवक हुई थी तथा इसकी औसत नीलामी कीमत 2470.38 रुपए प्रति किलोग्राम रही थी। दूसरी ओर, ग्वाटेमाला द्वारा कुछ समय पूर्व अपनी छोटी इलायची की कीमत में वृद्धि किए जाने से भी स्थानीय छोटी इलायची की तेजी को समर्थन मिल रहा था। इसकी वजह से भारतीय छोटी इलायची की निर्यात मांग बढऩे के आसार हैं। राजधानी स्थित थोक किराना बाजार में लिवाली का समर्थन बढऩे से छोटी इलायची साढ़े सात एमएम हाल ही में 100 रुपए मंदी होकर फिलहाल 2500/2600 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर बनी हुई है। इससे पूर्व हाल ही में इसमें 50 रुपए की तेजी आई थी। मसाला बोर्ड के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2024-25 के आरंभिक पांच महीनों में देश से 977.35 करोड़ रुपए मूल्य की कुल 4147 टन छोटी इलायची का निर्यात हुआ है। एक वर्ष पूर्व की आलोच्य अवधि में इसकी 2367 टन मात्रा का निर्यात हुआ था और इससे 425.02 करोड़ रुपए की आय हुई थी आने वाले दिनों में छोटी इलायची सीमित दायरे में घूमती रह सकती है।