सोयाबीन की बिजाई कम होने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय खाद्य तेल ऑन के भाव बढऩे से तेजी का रुख बना हुआ है इसका तेल एवं डाक भी बढ़ रहे हैं। मंदिरों मे मांग एवं आपूर्ति को देखते हुए इसमें और तेजी की संभावना बन गई है तथा आगे चलकर व्यापार और लाभ दे जाएगा। पिछले एक पखवाड़े से ब्राजील अर्जेंटीना एवं चीन में सोयाबीन के काफी ऊंचे भाव हो गए हैं। दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोया डीओसी के भाव बढऩे तथा मलेशिया इंडोनेशिया में सभी खाद्य तेलों में तेजी आ जाने से सोयाबीन सीड की क्रशिंग बढ़ गई है, इस वजह से लगातार तेजी का रुख बना हुआ है। दूसरी ओर कारोबारियों के माल पिछले 10 महीने में औने-पौने भाव में कट चुके हैं। यही कारण है कि अभी तेजी रुकने का नाम नहीं ले रही है। सोयाबीन की बिजाई 22-23 प्रतिशत एमपी महाराष्ट्र राजस्थान के उत्पादक राज्यों में हुई है तथा फसल भी कुछ क्षेत्रों में पानी से गल जाने के समाचार मिल रहे हैं। दूसरी ओर नीचे वाले भाव में अंतरराष्ट्रीय बाजारों की सोया डीओसी का निर्यात तेजी से होने लगा है। यही कारण है कि सोयाबीन के भाव जो मंडियों में सीजन के पिछले महीने बाद तक जो 4100/4200 रुपए प्रति कुंतल चल रहा था, उसके भाव 4700/4800 रुपए प्रति क्विंटल हो गए हैं तथा प्लांट डिलीवरी में 5050/5100 रुपए राजस्थान महाराष्ट्र एवं मध्य प्रदेश के प्लांट पहुंच में हो गए हैं। इसी तरह सोया डीओसी भी पिछले माह नीचे में 29400 रुपए कोटा लाइन में एक्स प्लांट बन गई थी तथा दतिया शिवपुरी लाइन में 27700/28000 रुपए प्रति टन नीचे में एक्स प्लांट में व्यापार हो गया था, अब इनके भाव कोटा लाइन में 37400/37700 तथा नीमच लाइन में 36200/36500 रुपए प्रति टन हो गए हैं। इन भावों में एक तरफ सोयाबीन में सॉल्वेंट प्लांटों की प्रतिस्पर्धात्मक खरीद चल रही है, क्योंकि अगस्त शिपमेंट में काफी सौदे सोया डीओसी के हुए हैं, जो शिपमेंट होने बाकी है। उनके लिए निर्यातकों के पास सोया डीओसी की कमी है, इसलिए अगले एक पखवाड़े में 4000 रुपए प्रति टन की और तेजी के आसार बन गए हैं। तेल सोयाबीन जो 133 रुपए प्रति किलो बिक रहा है, वह 138 रुपए बन सकता है। इसी तरह जो राजस्थान की मंडियों में 4950/5050 रुपए प्रति क्विंटल सोयाबीन बिक रही है, उसके भाव 5400/5500 बन जाने की संभावना बन गई है। मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र के प्लांटों में भी इसी अनुपात में 500 रुपए प्रति कुंतल की सोयाबीन में तेजी के आसार बन गए हैं।