गत सप्ताह पाईपलाईन में माल की कमी से इमली, राई, गोला, बड़ी इलायची, मगज तरबूज में तेजी का रूख बना रहा। वहीं नये माल आने एवं कुछ किराना के फसल की दहशत से जायफल, छोटी इलायची, चिरौंजी, मखाना में मंदा बना रहा। उधर किशमिश रिकार्ड तेजी के बाद मुनाफावसूली बिकवाली से थोड़ा सुस्त रहा। अन्य में स्थिरता रही। आलोच्य सप्ताह मध्य प्रदेश की मंडियों में इमली की आपूर्ति काफी घट जाने एवं बिहार, बंगाल, उड़ीसा की इमली वहीं खपने से माल की यहां शॉर्टेज बन गयी। वहीं हरियाणा, पंजाब, यूपी, हिमाचल व जम्मूकाश्मीर की चालानी मांग निकलने से 200 रुपए बढक़र जगदलपुर क्वालिटी की बीज वाली 5500/5600 रुपए प्रति क्विंटल हो गयी। रांची व गुहावटी लाईन के माल भी कम आ रहे हैं। जिससे जगदलपुर क्वालिटी में और बढऩे के आसार बन गये हैं। बिना बीज वाली चपाती भी 5/7 रुपए तेज हो गयी। इधर राई भी कर्नाटक में इस बार उत्पादन 40 प्रतिशत घटने एवं सरसों के भाव भी गत वर्ष की तुलना में 15 रुपए किलो ऊंचा होने से मिलावटी माल भी महंगा पड़ रहा है। इस वजह से असली राई 5 रुपए बढक़र 195/196 रुपए प्रति किलो हो गयी। इधर गोला भी टिपटूर कालीकट लाईन से माल की कमी से केवल 25 प्रतिशत उक्त अवधि के अंतराल आया जिससे इसके भाव भी 10/20 रुपए और बढक़ी कट्टïे में 300/310 रुपए एवं गत्ता बॉक्स में 320/360 रुपए प्रति किलो हो गये। बढिय़ा सिलेक्टेड माल 400 रुपए तक बोला गया। इधर बड़ी इलायची भी फसल में थोड़ा बिलम्ब होने से सट्टïेबाजी के चलते ग्वालियर में 90 रुपए बढक़र 1450/1460 रुपए प्रति किलो हो गयी। इसके प्रभाव से यहां भी 1430 रुपए से बढ़ाकर 1550 रुपए बोली गयी। मगज तरबूज भी माल की कमी के बावजूद सट्टïेबाजी के चलते 620/625 रुपए से बढक़र 655/660 रुपए ऊपर में बिकने के बाद सप्ताहंत में 635/640 रुपए प्रति किलो रह गया। जबकि आगे धारणा तेजी की बनी हुई है। दूसरी ओर इंडोनेशिया व श्रीलंका में 400/500 डॉलर प्रति टन जायफल के भाव टूटने से एर्नाकुलम लाईन की घटाकर बिकवाली आ गयी। जिससे यहां भी 35 रुपए टूटकर 570/575 रुपए प्रतिकिलो भाव रह गये। इधर छोटी इलायची भी स्टॉकिस्टों की घबराहट बिकवाली से एवरेज क्वालिटी की एक किलो पैकिंग में 100 रुपए घटकर 2100/2200 रुपए एवं आधा किलो पैकिंग में 1800/1850 रुपए रह गयी। चिरौंजी भी स्टॉकिस्टों की घबराहटपूर्ण बिकवाली से अमरवाड़ा, रायपुर, कालाहांडी, बैतूलगंज एवं ओबरा लाईन में 100 रुपए घटकर 1200/1450 रुपए प्रति किलो रह गयी। मांग घटने से ग्वार में गिरावट-चूरी नरम : ग्राहकी कमजोर होने से गत सप्ताह के दौरान जोधपुर मंडी में ग्वार के भाव 100 रूपये तथा ग्वार गम 400 रूपये प्रति कुंतल टूट गए। लिवाली घटने से ग्वार चूरी की कीमतों में 150 रुपए प्रति क्विंटल नरमी रही। गम मिलों की मांग कमजोर होने ग्वार के भाव 100 रूपये घटकर 5150/5200 रुपए प्रति क्विंटल रह गए। ग्वार में गिरावट आने एवं औद्योगिक मांग घटने तथा घटने से मंडी में ग्वार गम के भाव 400रूपये घटकर 9500/9600 रुपये प्रति किवंटल रह गए। पशु आहार वालों की मांग घटने से ग्वार चूरी के भाव 150 रुपए घटकर 2650/2750 रुपए प्रति कुंतल रह गए। अहमदाबाद मंडी में मांग घटने से ग्वार के भाव 100 रूपये बढक़र 5100/5150 रूपए तथा ग्वार गम के भाव 400 रुपए घटकर 9500/9600 रूपये प्रति क्विंटल रह गए। हिसार मंडी में भी गम मिलों की लिवाली घटने से ग्वार केभाव100 रुपए घटकर4,800/4900 रुपए प्रति कुंतल रह गए। हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव 66.50 डॉलर से बढक़र 68.50 डॉलर प्रति बैरल हो गए। सटोरिया लिवाली घटने से एनसीडीईएक्स में ग्वार जुलाई 5220 से घटकर 5170 तथा ग्वार गम वायदा 9936 से घटकर 9500 रुपए प्रति कुंतल रह गया।