स्वतंत्रता दिवस पर लांग वीकेड में देशभर के पर्यटक विभिन्न स्थानों की यात्रा करने की तैयारी कर रहे हैं और ऐसे में होटलों का किराया बढऩा शुरू हो गया है। मेकमाईट्रिप के को-फाउंडर ने कहा कि गत कुछ वर्षों में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लोग अधिक यात्रा करने लगे हैं। उन्होंने बताया कि इस साल भी, नए डेस्टीनेशंस की सर्च और बुकिंग के रुझान स्वतंत्रता दिवस सप्ताहांत में यात्रा करने की प्रबल इच्छा की ओर इशारा करते हैं। स्वतंत्रता दिवस शुक्रवार को होने के कारण ट्रैवल की डिमांड दो दिन पहले बुधवार (13 अगस्त) को चरम पर पहुंच गई जिससे यात्रियों को कहीं भी जाने के लिए पांच दिन का समय मिल जाता है। उनके अनुसार डोमेस्टिक डेस्टीनेशंस में गोवा, उदयपुर, जयपुर, पुरी, लोनावाला, वाराणसी, कूर्ग, महाबलेश्वर, ऊटी और पुडुचेरी की मांग सबसे अधिक है जबकि प्रमुख इंटरनेशनल डेस्टीनेशंस में पटाया, बाली, बैंकॉक, सिंगापुर, दुबई, फुकेट, कोलंबो, क्वाआलालंपुर, ज्यूरिक और लंदन शामिल हैं। देश की सबसे बड़ी हॉस्पीटेलिटी सर्विस कंपनी इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (आईएचसीएल) के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी पुनीत चटवाल ने कहा कि लंबे सप्ताहांत को लेकर काफी उत्साह है। हमारे पास कई रिजॉर्ट स्थल हैं इसलिए हम यह देखकर बहुत खुश हैं कि बाजार में रौनक लौट आई है। आईएचसीएल के पास ‘ताज’ ब्रांड का स्वामित्व है। होटल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एचएआई) के चेयरमैन एवं रेडिसन होटल समूह के दक्षिण एशिया के चेयरमैन के. बी. काचरू ने कहा कि इस साल 15 अगस्त शुक्रवार को पड़ रहा है, जो कि छुट्टियों तथा छोटे प्रवास के लिए एक आदर्श अवसर है। एचएआई के सदस्य होटल इस बढ़ोतरी को संभालने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और कई होटलों में पहले से ही अग्रिम बुकिंग में बढ़ोतरी देखी जा रही है। रॉयल ऑर्किड होटल्स लिमिटेड (आरओएचएल) के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक चंदर के. बालजी ने कहा कि हम 14 से 17 अगस्त तक विस्तारित स्वतंत्रता दिवस सप्ताहांत के लिए लगातार रुचि देख रहे हैं। हालांकि बुकिंग की गति अभी पूरी तरह से नहीं बढ़ी है, लेकिन हम अंतिम समय में मजबूत मांग की उम्मीद कर रहे हैं जो घरेलू बाजार में लंबे सप्ताहांत के लिए काफी सामान्य है। उन्होंने कहा कि गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में हम दरों में करीब 1,280 रुपये की वृद्धि देख रहे हैं। हमारा अनुमान है कि औसत कमरा किराया (एआरआर) लगभग 6,450 रुपये रहेगा, जो खुदरा खंड में गत वर्ष के 6,000 रुपये के एआरआर से सात से आठ प्रतिशत अधिक है।