एयर इंडिया ने अपने वाइडबॉडी विमानों की रेट्रोफिटिंग और अपनी नैरोबॉडी फ्लीट के सुधार की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। यह 400 मिलियन डॉलर से अधिक की लागत वाली बड़े पैमाने पर आधुनिकीकरण योजना का हिस्सा है। इस पहल का उद्देश्य यात्रियों की सुविधा में सुधार करना, परिचालन दक्षता में सुधार करना और एयरलाइन के फ्लीट को नया और आधुनिक रूप देना है। वाइडबॉडी फ्लीट के लिए रेट्रोफिट कार्यक्रम एयर इंडिया की परिवर्तन योजना में एक अहम कदम है। एयरलाइन केबिन इंटीरियर्स को अपग्रेड कर रही है, नई सीटें स्थापित कर रही है, इन-फ्लाइट एंटरटेनमेंट सिस्टम में सुधार कर रही है और इंटरनेशनल स्टेंडर्ड्स के अनुरूप डिजाइन को बेहतर बना रही है। पहले रेट्रोफिट वाइडबॉडी विमान के आने वाले महीनों में सेवा में फिर से शामिल होने की उम्मीद है। साथ ही, एयर इंडिया नैरोबॉडी विमानों के नवीनीकरण को तेज कर रही है, ताकि अधिक अपग्रेडेड विमान जल्द से जल्द सेवा में शामिल हो सकें। इसमें बेहतर सीटिंग लेआउट, लेटेस्ट केबिन इंटीरियर्स और अधिक आरामदायक उड़ान अनुभव के लिए उन्नत लाइटिंग सिस्टम शामिल हैं।