टेलीकॉम डिपार्टमेंट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) भविष्य के दूरसंचार नेटवर्क के लिए एक आधारभूत प्रौद्योगिकी के रूप में काम करेगा और एआई-जनित प्रणालियां अनुभूतिपरक अनुभव, स्वायत्त संचालन और एकीकृत संवेदन जैसी नई सेवाओं को सक्षम करेंगी। दूरसंचार विभाग में सदस्य (प्रौद्योगिकी) संजीव के बिदवई ने कहा कि सी-डॉट, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) और अन्य प्रमुख शोध एवं विकास केंद्र स्वदेशी एआई-संचालित दूरसंचार प्रौद्योगिकियों पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मूल रूप से एआई पर आधारित नेटवर्क न केवल जटिलता का प्रबंधन करेंगे बल्कि नई सेवा सीमाओं, अनुभूतिपरक डिजिटल अनुभवों, स्वायत्त प्रणालियों, एकीकृत संवेदन को मूर्त रूप देंगे। यह विकास केवल प्रौद्योगिकी स्तरीय न होकर रणनीतिक है।