देश का डिजिटल एड मार्केट चालू वर्ष में 59,200 करोड़ रुपये का हो जाने की सम्भावना है। डेंसू डिजिटल एडवरटाइजिंग रिपोर्ट यह बताया गया है। मार्केट करीब 20.2 प्रतिशत की दर से वृद्धि कर सकता है। डिजिटल इकोसिस्टम तेजी से आगे बढ़ रहा है और वर्ष 2026 में 69,856 करोड़ रुपये पर पहुंच सकता है। टेलीविजन और प्रिंट को यह सरपास कर सकता है। टोटल एडवरटाइजिंग स्पेंड में यह 61 प्रतिशत का योगदान कर सकता है। वर्ष 2024 में इंडिया एडवरटाइजिंग इंडस्ट्री में 6.3 प्रतिशत की ग्रोथ रही थी और यह 101,084 करोड़ पर पहुंच गई थी। चालू वर्ष में यह आंकड़ा 107,664 करोड़ पर पहुंचने की उम्मीद है। वर्ष 2026 में 115,000 करोड़ रुपये पर पहुंचने की सम्भावना है। गत वर्ष डिजिटल एडवरटाइजिंग ने अन्य मीडिया माध्यमों को पीछे छोड़ दिया और करीब 21.1 प्रतिशत की ग्रोथ अचीव की। मार्केट साइज 49,251 करोड़ रुपये के करीब रहा था। वर्तमान में इसका एड मार्केट में करीब 49 प्रतिशत शेयर है। सोशियल मीडिया पर डिजिटल स्पेंड 29 फीसदी(14,480 करोड़ रुपये) है। टेलीविजन और प्रिंट मीडिया का शेयर करीब 28 प्रतिशत और 17 प्रतिशत है। एडवरटाइजिंग स्पेंड के मामले में टॉप पांच श्रेणियां एफएमसीजी, ई-कॉमर्स, कन्ज्यूमर ड्यूरेबल्स, ऑटोमोबाइल्स और सरकार है। एडवरटाइजिंग लैंडस्केप को तीन प्रमुख फोर्स ड्राइव कर रही है- यह है ई-कॉमर्स, दूसरा हाइब्रिड मार्केटिंग रिवोल्यूशन और तीसरा एआई ड्रिवन पर्सनेलाइजेशन।