विदेशी बाजार में चांदी की कीमतों में तेजीका रुख होने के कारण स्थानीय सराफा बाजार में हाल ही में चांदी के भाव 24500 रूपये प्रति किलो उछल गए। भविष्य में इसमें मंदे की संभावना कम है। इस तारतम्य में ताजा सर्वे के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार में नितेशको की लिवाली बढऩे से से चांदी के भाव 4800 से बढक़र 5645 सेंट प्रति औंस हो गए। विदेशों में आई तेजी के कारण बिकवाली घटने एवं औद्योगिक मांग बढऩे से एक माह के दौरान के दौरान चांदी हाजिर निचले स्तर से 24500 रुपए बढक़र 176500 रूपये प्रति किलो के उच्च स्तर पर पहुंच गई। चांदी में तेजी आने एवं बिकवाली घटने से चांदी सिक्के के भाव 1890/1900 से बढक़र 2050/2100 रूपये प्रति नग हो गए। उल्लेखनीय है कि तृतीय विश्व युद्ध की आशंका बढऩे तथा निवेशकों की लिवाली बढऩे से विदेश में चांदी के भाव बढ़ जाने के कारण घरेलू बाजार में चांदी हाजिर अक्टूबर माह में 192000 प्रति किलो के सर्व कालीन शिखर पर पहुंचकर तेजी का नया इतिहास रच दिया। बाद में मुनाफा वसूली के चलते बाजार टूट गया। मुंबई सराफा बाजार में भी बिकवाली घटने से चांदी के भाव 24500 रूपये बढक़र 170300 रूपए प्रति किलो हो गई। कोलकाता में भी इसी अनुपात में बढक़र चांदी हाजिर के भाव 173100 रुपए प्रति किलो हो गई। उक्त अवधि के दौरान विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर की तुलना में रुपए की कीमतों में गिरावट रही। अमेरिका द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दी गई है। टैरिफ वार के साथ साथ तृतीय विश्व युद्ध की आशंका चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी संभावना बढऩे लगी है। अमेरिकन फेडरल रिजर्व बैंक द्वारा दिसंबर माह में ब्याज दरों में कटौती की जाने की संभावना प्रबल हो गई है जिसके के कारण दोनों बहु मूल्य धातुओं में निवेशकों रूझान बढ़ गया है तथा दूसरी ओर सोने में आई भारी तेजी के कारण भविष्य में आभूषण निर्माताओं की मांग बढऩे की संभावना है। इसके अलावा सौर ऊर्जा, इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रॉनिक वाहन उद्योग में चांदी की खपत पहले की तुलना में बढ़ गई है। हाल ही में आई रिकॉर्ड तेजी के कारण मुनाफा वसूली आने पर एक बार इसमे 15/20 हज़ार रुपए प्रति किलो की गिरावट आ सकती है, उसके बाद बाजार ठहर जाएगा।